PM मोदी ने लीडरशिप कॉन्क्लेव में युवाओं को राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया
भारत मंडपम में ‘सोल’ लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत मंडपम में ‘सोल’ लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। उनके इस बयान पर अलग-अलग राज्यों के युवाओं ने प्रतिक्रिया दी। अभिनव पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लीडरशिप को बढ़ावा देने पर जोर दिया। मैं इस लीडरशिप कॉन्क्लेव की तारीफ करूंगा, क्योंकि पीएम मोदी का उद्देश्य एक लाख युवाओं को राजनीति का हिस्सा बनाना है। मुझे लगता है कि इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से युवा अपने रास्ते में आने वाली चुनौतियों से अच्छी तरह से निपट सकेंगे।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा की रहने वाली नंदिनी दीक्षित ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की बातें लोगों को प्रेरित करने के लिए काफी हैं। मैंने उनसे यही सिखा है कि लोगों के लिए अगर कुछ करना है तो पावर और पोजीशन की जरूरत नहीं पड़ती है। मैं खुद एक पर्यावरण कार्यकर्ता हूं और हम शहीदों के नाम पर पौधारोपण करने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम करते हैं। मैं भी प्रधानमंत्री से सहमत हूं कि युवाओं को राजनीति में आना चाहिए।”
मानसी जैन ने लीडरशिप कॉन्क्लेव में आमंत्रित करने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि देश के युवा जिस तरीके से प्रधानमंत्री से कनेक्ट करते हैं, ऐसा लगता है कि हम सभी मिलकर देश की हर नीति पर काम कर रहे हैं। मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करती हूं।
असम के गुवाहाटी शहर से आई प्रियंका चक्रवर्ती ने कहा कि यह हमारे लिए एक अच्छा अवसर है कि देश के युवाओं को लीडरशिप कॉन्क्लेव में आमंत्रित किया गया है। देशभर के 200 युवा आज कार्यक्रम के लिए मौजूद रहे। मुझे लगता है कि यह एक शुरुआत है, क्योंकि युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।
गुजरात से लीडरशिप कॉन्क्लेव में शामिल होने आई राजवी कड़िया ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के बयान से पूरी तरह सहमत हैं, क्योंकि हमारे देश का युवा शिक्षा के क्षेत्र में तो आगे बढ़ रहा है। अगर वह राजनीति के क्षेत्र में आएगा तो काफी बदलाव ला सकता है।