प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र दिवस पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं
इतिहास से प्रेरणा लेता महाराष्ट्र दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महाराष्ट्र राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा कि जब भी महाराष्ट्र का नाम लिया जाता है, तो इसकी गौरवशाली विरासत और साहसी जनता की छवि मन में उभर आती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र न केवल भारत की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, बल्कि अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। उन्होंने राज्य के निरंतर विकास के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हुतात्मा चौक पर संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के मार्गदर्शन में आगे बढ़ता महाराष्ट्र आज एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। इस मौके पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में झंडारोहण और श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के योगदान की सराहना की
महाराष्ट्र दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की प्रगति में उसके योगदान को रेखांकित करते हुए लिखा कि यह राज्य देश की उन्नति का एक सशक्त स्तंभ है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की ऐतिहासिक विरासत, वीरता और सांस्कृतिक मूल्यों ने हमेशा भारत को प्रेरणा दी है। पीएम मोदी ने राज्य की जनता को विकास के मार्ग पर लगातार अग्रसर रहने की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के हुतात्मा चौक पर जाकर संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में बलिदान देने वाले वीरों को नमन किया। उन्होंने महाराष्ट्र को भारत का सबसे प्रगतिशील राज्य बताया और कहा कि यह शिवाजी महाराज और अंबेडकर के विचारों पर चलने वाला प्रदेश है। फडणवीस ने यह भी घोषणा की कि अगले 100 दिनों में राज्य के विकास के लिए एक नई पहल की जाएगी, जिसकी रूपरेखा जल्द साझा की जाएगी।
पूरे राज्य में ध्वजारोहण और श्रद्धांजलि समारोह
महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर पूरे राज्य में ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए गए। पुणे में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुलिस मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जबकि मुंबई में राज्यपाल रमेश बैस ने झंडा फहराकर श्रद्धांजलि अर्पित की। ठाणे के साकेत मैदान में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ध्वजारोहण किया और आंदोलन के शहीदों को याद किया।
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संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
संयुक्त महाराष्ट्र परिषद की स्थापना 1 नवंबर 1955 को पुणे में केशवराव जेधे के नेतृत्व में हुई थी। इसका उद्देश्य एक अलग मराठी भाषी राज्य की मांग करना था, जिसमें मुंबई को राजधानी बनाने की मांग प्रमुख थी। यह आंदोलन आगे चलकर संयुक्त महाराष्ट्र समिति में बदल गया और कई वर्षों के संघर्ष के बाद 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य की स्थापना हुई। यह आंदोलन मराठी अस्मिता और आत्मसम्मान की लड़ाई का प्रतीक बना।