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किसान महापंचायत में प्रियंका का प्रधानमंत्री पर तंज - '56 इंच के सीने में धड़कने वाला दिल छोटा है'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि किसानों ने 56 इंच का सीना देख लिया है जिसके अंदर छोटा दिल है जो सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए धड़कता है।

05:47 PM Feb 10, 2021 IST | Ujjwal Jain

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि किसानों ने 56 इंच का सीना देख लिया है जिसके अंदर छोटा दिल है जो सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए धड़कता है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि किसानों ने 56 इंच का सीना देख लिया है जिसके अंदर छोटा दिल है जो सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए धड़कता है। 
प्रियंका ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर तीनों नये कृषि कानूनों को रद्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह तीनों कृषि कानून राक्षस रूपी हैं जिन का मकसद किसानों को खत्म करना है। 
प्रियंका ने कांग्रेस के ‘जय जवान जय किसान’ अभियान के तहत सहारनपुर के चिलकाना में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा ‘पिछले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि गन्ना किसानों को उनका बकाया मिलेगा लेकिन क्या किया उन्होंने?’ 
प्रियंका ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया, ‘उन्होंने अपने लिए 16 हजार करोड़ रुपये से दो हवाई जहाज खरीदे जिससे दुनिया भर में घूम सकते हैं और दिल्ली में संसद भवन के सौंदर्यीकरण के लिए 20,000 करोड़ रुपए निकाल कर रख लिए। मगर आपके 15000 करोड रुपए का बकाया आज तक आपको नहीं मिला।’
प्रियंका ने किसानों से कहा , ‘समझ लीजिए, बहुत देख लिया आपने इनकी बातों को। उनका 56 इंच का सीना देख लिया जिसके अंदर छोटा दिल है जो सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए धड़कता है। वह किसानों का दिल नहीं समझ रहे हैं।’
उन्होंने कहा ,’किसानों का दिल इस देश की धरती के लिए धड़कता है क्योंकि इस धरती को वह सींचता है। इस धरती से उसकी जान जुड़ी हुई है। इस धरती से ही किसान ने देश को आत्मनिर्भर बनाया है। यही किसान का बेटा सीमा पर सुरक्षा करते हुए देश के लिए अपनी जान देता है। उसी किसान का बेटा एक जवान बनकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है मगर हमारे प्रधानमंत्री को उनके दर्द का एहसास नहीं है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह तीनों कृषि कानून इस तरह बनाए गए हैं कि मंडियां समाप्त हो जाएं और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य बिल्कुल भी ना मिले। कानून रद्द होने तक उनके पार्टी इनके खिलाफ संघर्ष करती रहेगी।
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