भारत में Electronics Production को बढ़ावा, 22,919 करोड़ की योजना को मंजूरी
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को आत्मनिर्भर बनाने की योजना
इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र विश्व स्तर पर सबसे अधिक व्यापार और सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है। इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, देश के आर्थिक और तकनीकी विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए PM मोदी की अध्यक्षता में आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में 22,919 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना को मंजूरी दे दी है।
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब बनकर उभरा है। 10 वर्षों में 5 गुणा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग की बढ़ोतरी हुई है… अब पैसिव कंपोनेंट की मैन्युफैक्चरिंग का निर्णय लिया गया है। इससे रोज़गार… pic.twitter.com/BkYubGgM8f
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2025
सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य electronics component manufacturing और घरेलू निवेश को आकर्षित करके एक मैन्युफैक्चरिंग पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करना, क्षमता और योग्यता विकसित करके घरेलू मूल्य संवर्धन को बढ़ाना है साथ ही भारतीय कंपनियों को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत करना है।
योजना में करोड़ों का निवेश
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस योजना में 59,350 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य से लगभग 4,56,500 करोड़ रुपये का उत्पादन होगा और इसके कार्यकाल के दौरान 91,600 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक सामानों का घरेलू उत्पादन वर्ष 2014-15 में 1.90 लाख करोड़ रुपये था यह अब बढ़कर वर्ष 2023-24 में 17% से अधिक की CAGR पर 9.52 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इलेक्ट्रॉनिक सामानों का निर्यात भी वर्ष 2014-15 में 0.38 लाख करोड़ था। अब यह वित्त वर्ष 2023-24 में 20% से अधिक की CAGR पर 2.41 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
Mobile Production में उछाल, India 2026 तक 300 बिलियन डॉलर के Electronics लक्ष्य पर
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का 2026 तक लक्ष्य
भारत में तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन से अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2026 तक उत्पादन 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच सकता है। बता दें कि भारत ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में तेजी से प्रगति की है और अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माण देश बन गया है। भारत में हर वर्ष लगभग 325 से 330 मिलियन से अधिक स्मार्टफोन का उत्पादन किया जा रहा है।