
कृषि संबंधित तीन नये कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन के मद्देजर दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाली सिंघु तथा टिकरी सीमा फिलहाल बंद रहेंगी। दिल्ली यातायात पुलिस ने मंगलवार सुबह इस संबंध में परामर्श जारी कर वाहन चालकों से असुविधा से बचने के लिए इन सीमाओं तक आने वाले मार्गों की बजाय दूसरे मार्ग अपनाने की सलाह दी है।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने हरियाणा से जुड़े सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर ना सिर्फ सुरक्षा कड़ी की है बल्कि यातायात भी बंद कर दिया है जिस कारण राष्ट्रीय राजधानी में यातायात कछुए की गति से चल रहा है और सड़कों पर गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें दिख रही हैं। इन दोनों बॉर्डर पर यातायात बंद होने के कारण दिल्ली से हरियाणा आने-जाने वाले लोग वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रहे हैं, जिस कारण जाम बढ़ गया है।Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) December 1, 2020
Singhu Border is still closed from both sides. Please take alternate route.Traffic has been diverted from Mukarba Chowk & GTK road.Traffic is very very heavy. Please avoid outer ring road from signature bridge to Rohini &Vice versa, GTK road, NH 44 & Singhu border
दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया है, ‘‘सिंघू बॉर्डर अभी भी दोनों तरफ से बंद है। कृपया वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करें। यातायात मुकरबा चौक और जीटी करनाल रोड से होकर जा रहा है। बहुत-बहुत ज्यादा जाम की स्थिति है। सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी आने-जाने के रास्ते, जीटी करनाल रोड, एनएच 44 और सिंघू बॉर्डर से आने-जाने से बचें।’’
पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘टीकरी बॉर्डर यातायात के लिए पूरी तरह बंद है। बडूसराय और झटीकरा बॉर्डर सिर्फ दुपहिया वाहनों के लिए खुला है। हरियाणा जाने के लिए झारौदा, ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी, एनएच-8, बिजवासन/बजघेरा, पालम विहार और डुंडाहेड़ा बॉर्डर खुला हुआ है।’’ केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो रहा है और राष्ट्रीय राजधानी से जुड़ी सीमाओं पर किसानों का जमावड़ा लगातार बढ़ रहा है।
इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी रास्तों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और अवरोधक लगाए हैं। इससे पहले किसानों ने बुराड़ी मैदान में जाने के बाद बातचीत की केन्द्र की पेशकश ठुकरा दी थी और रविवार को कहा था कि वे दिल्ली आने के पांच रास्तों को अवरुद्ध कर देंगे। किसानों ने कहा कि वे अंतिम लड़ाई के लिए यहां आए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने उनके ‘मन की बात’ सुनने का आग्रह किया।