सहन नहीं होगा छद्म युद्ध
PM मोदी ने पाकिस्तान को दोटूक कहा कि भारत अब आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध बर्दाश्त
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान को दोटूक कहा है कि भारत अब आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी कि अब आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाएगा। अगर उधर से गोली चली तो जवाब गोले से दिया जाएगा। पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। आतंकवादियों ने भारत की नारी शक्ति को भी चुनौती दी है। यह चुनौती आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई हैै। यह भी वास्तविकता है कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन बन गया है। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को हमारी सेना ने मिट्टी में मिला दिया है। यह भी दुखद है कि ऑपरेशन सिंदूर पर देश के भीतर खूब सियासत हो रही है। आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच सीडीएस अनिल चौहान ने पाकिस्तान के फर्जी नैरेटिव का पूरी दुनिया के सामने भांडा फोड़ कर रख दिया है। चार दिन चले युद्ध के बाद पाकिस्तान ने दुनियाभर में अनर्गल प्रचार किया। पाकिस्तान के दावों को पूरी तरह से नकारते हुए सीडीएस अनिल चौहान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों काे पूरी तरह से फर्जी करार दिया कि भारत और पाकिस्तान परमाणु ताकत के इस्तेमाल के करीब थे। जहां तक विमानों को गिराये जाने का संबंध है सीडीएस अनिल चौहान ने यह पहली बार स्वीकार किया कि भारत के कुछ लड़ाकू विमानों को क्षति उठानी पड़ी है। सैन्य कार्रवाई के दौरान क्षति होना तय होता है।
प्रथम विश्व युद्ध में ऑस्ट्रेलियन इंपीरियल फोर्स, ब्रिटिश सेना, फ्रांस, इटली, रूस, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका ने जीत हासिल की थी। दूसरे विश्व युद्ध में भी अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, चीन, सोवियत संघ और फ्रांस सेना ने जीत हासिल की थी। यद्यपि दोनों युद्धों में जर्मनी, आस्ट्रो-हंगरी साम्राज्य, ओटोमन सम्राज्य तथा इटली आदि को पराजय का सामना करना पड़ा लेकिन इन विनाशकारी युद्धों में लाखों सैनिक मारे गए और 9 करोड़ से अिधक नागरिक मारे गए, दोनों पक्षों का बहुत नुक्सान हुआ। सीडीएस अनिल चौहान ने पश्चिमी मीडिया समूहों की ओर से 6 विमान गिराये जाने की बात को भी पूरी तरह से निराधार बताया लेकिन यह भी कहा कि भारतीय सेना ने रणनीति बदलकर अपने सैन्य कौशल से पाकिस्तान को काफी नुक्सान पहुंचाया। कौन नहीं जानता हमारे रक्षा-कवच ‘एस-400 सुदर्शन चक्र’ ने पाकिस्तान हमलों को नाकाम कर दिया। पंजाब, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान के सीमावर्ती शहरों और गुजरात में कच्छ-भुज को निशाना बनाया गया था। यह टकराव घंटों जारी रहा। पाकिस्तान ने मिसाइल, ड्रोन, रॉकेट से हमले किए लेकिन हमारे रक्षा कवच अभेद्य साबित हुए और दुश्मन के हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया। उसके तमाम हमले विनष्ट कर दिए गए और उसका आक्रमण नाकाम साबित हुआ। पाकिस्तान के करीब 50 ड्रोन हवा में ही चिंदी-चिंदी कर दिए गए। राजस्थान के जैसलमेर में 70 मिसाइलें और जम्मू में 8 मिसाइलें मार गिराई। यही नहीं, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दो जेएफ-17 और दो एफ-16 लड़ाकू विमानों को जमीन सुंघा दी। जेएफ चीनी और एफ अमरीकी जेट विमान हैं। पाकिस्तान ने जम्मू, ऊधमपुर, पठानकोट, जैसलमेर आदि शहरों में वायुसेना के आधारों को नष्ट करने की मंशा से कई हमले किए लेकिन सभी नाकाम हुए। भारतीय सेनाओं ने पलटवार कर लाहौर, कराची, पेशावर, सियालकोट और राजधानी इस्लामाबाद तक पाकिस्तान को थर्रा और दहला दिया। रावलपिंडी में सेना मुख्यालय को फिलहाल बख्शा गया है लेकिन वहां ड्रोन से हमले जरूर किए गए हैं। रावलपिंडी का स्टेडियम तहस-नहस कर दिया गया है। इन शहरों में तैनात एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया गया है। पाकिस्तान का ‘अवाक्स सिस्टम’ बर्बाद कर दिया गया है। पाकिस्तान का ‘रडार सिस्टम’ भी विनष्ट कर दिया गया। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ‘आईएनएस विक्रांत’ ने पाकिस्तान की व्यावसायिक-आर्थिक राजधानी कराची को दहला दिया। पाकिस्तान के 9 एयरबेस तबाह किये गये।
समूचा भारत सेना के शौर्य पराक्रम और प्रहारों की प्रशंसा कर रहा है। यह दुखद ही है कि विपक्ष कांग्रेस और कुछ अन्य दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। िवपक्ष मानसून सत्र में अपने सारे सवाल उठा सकता है। तो फिर विपक्ष संसद के विशेष सत्र की मांग क्यों कर रहा है। मानसून सत्र शुरू होने में कोई ज्यादा समय नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह लगातार विपक्ष द्वारा गढ़े जा रहे नैरेटिव का जवाब दे रहे हैं। देशवासियों का भरोसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर है तो विपक्ष को अनर्गल बयानबाजी से कोई लाभ नहीं मिलने वाला। विपक्ष को पश्चिमी मीडिया के राग के साथ अपना राग नहीं अलापना चाहिए। ऐसी व्याख्याएं नहीं की जानी चाहिए जिससे दुश्मन को फायदा हो। बेहतर यही होगा कि ऑपरेशन सिंदूर पर सियात बंद कर दी जाए। सिंदूर ऐसा प्रतीक है जिसने देश के हर नागरिक को भावुक बना दिया है। विपक्ष सरकार के साथ मिलकर पाकिस्तान को आतंकवादी देश करार देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाए तभी विपक्ष की छवि बचेगी।