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पंजाब : फगवाड़ा में हालात जस के तस, इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से धीमी पड़ी जिंदगी की रफ्तार...

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04:19 PM Apr 17, 2018 IST | Desk Team

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लुधियाना- फगवाड़ा : पंजाब के दोआबा क्षेत्र के फगवाड़ा में डॉ भीमराव अंबेडकर के फलैक्स बोर्ड को लेकर दो समुदायों के बीच तकरार के उपरांत पनपे तनाव के चौथे दिन बाद भी शहर में दहशत की परिस्थिति बनी हुई है। हालांकि पुलिस ने दलित समुदाय की शिकायत पर शिवसेना (बाल ठाकरे ) के सूबा उप प्रधान समेत चार लोगों को इरादा-कत्ल के केस में गिरफतार किया है और उनका लाइसेंसी हथियार गोली सिक्का आदि भी पुलिस ने जपत करके अदालत में पेश किया है, जहां ड्यूटी मजिस्ट्रेट वनिता कुमारी की अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश देते हुए कपूरथला जेल में भेज दिया है।

फगवाड़ा में अफवाहों को फैलाने से रोकने के लिए पंजाब सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर जो रोक लगाई है, वह र्निविधन जारी है, जबकि इंटरनेट के द्वारा ही घर बैठे काम निपटाए जाने वाले भी कार्य बाधित है। आज लोगों समेत व्यापारी, अकाउंटेंड समेत विद्यार्थियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्मरण रहे कि आज मोबाइल के दौर में जहां इंटरनेट के जरिए आने-जाने संबंधी रेलगाडिय़ों और अन्य जरूरी कामों के लिए उपयोग किया जाता है वही इंटरनेट सेवा जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है। ऐसी सेवाएं बंद होने से लोगों की जिदंगी की रफतार में काफी कमी आई है। उधर जरनल समाज आगुओं ने पुलिस अधिकारियों से दलित संगठनों के नामजद आगुओं को भी गिरफतार करने की मांग की है। आज चौथे दिन जिले के डिप्टी कमीश्रर मुहम्मद ताइब और एसएसपी संदीप शर्मा फगवाड़ा में दोनों समुदाय के आगुओं के साथ बैठकें करते दिखे। जानकारी के मुताबिक तकरार के उपरांत इरादा-कत्ल केस में पुलिस ने शिवसेना बाल ठाकरे के उपप्रधान इंद्रजीत करवल, अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के सूबा प्रधान दीपक भारद्वाज , हिंदू शिवसेना के पवन और प्रधान शिवी बता और भाजपा युवा मोर्चा के आगु राजीव चाहिल को गिरफ्तार किया है।

दो समुदायों में शुक्रवार रात हुए टकराव के बाद सोमवार को चौथे दिन भी शहर में तनाव बरकरार रहा। हालांकि बाजार में छिटपुट दुकानें खुली दिखाई दी, किंतु बाजारों से रौनक गायब थी। हर सडक़-चौराहे और गलियों में पुलिस की टुकडिय़ा गश्त लगाते दिखी। शहर में दहशत का आलम यह था कि बिना किसी अधिकारिक छुट्टी के ऐलान होने के बावजूद स्कूल कालेज पूरी तरह से बंद हैं। यहां तक की सरकारी व निजी बैंक के अधिकारियों ने भी बैंकों के शटर गिरा रखे है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने शहर में सुरक्षा प्रबंध और क ड़े कर दिए है। लेकिन लोगों में डर का माहौल कम होने का नाम नही ले रही है। सरकार ने कहा है कि असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से माहौल खराब करने की कोशिशों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा।

यह है विवाद की उपज
लुधियाना-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित फगवाड़ा के मेन बस स्टैंड के पास गोल चौक का नाम एक समुदाय ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर के 127वे जन्म उत्सव के दिन चौराहे का नाम संविधान चौक रखने का प्रयास किया था। जिसे दूसरे समुदाय के लोगों ने नामंजूर कर दिया। इसी टकराव के उपरांत रात को संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर के नाम पर गोलियां चली, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हुए। इसी क्रम में एक शख्स लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में और एक जालंधर के निजी अस्पताल में जिदंगी-मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

– सुनीलराय कामरेड

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