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मौसम के बदले मिजाज, आधी रात को झमाझम बरसे बादल, कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को दी सलाह

09:57 AM Apr 16, 2024 IST | Aastha Paswan
मौसम के बदले मिजाज  आधी रात को झमाझम बरसे बादल  कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को दी सलाह

Punjab: उत्तरी भारत में मौसम करवट लेने लगा है। वहीं पंजाब में बीती रात मौसम बदल गया। पंजाब में हुई बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी। पंजाब में किसानों के खेतों में पकी गेहूं पर पड़ रही वर्षा की बूंदें किसानों के दिलों पर पत्थर की तरह बरस रही हैं। मौसम में बदलाव को देखते हुए कृषि विशेषज्ञों की किसानों को सलाह है कि 19 अप्रैल तक गेहूं की फसल न काटे।

Highlights

  • आधी रात में झमाझम बरसे बादल
  • दांव पर किसानों की साल भर की मेहनत
  • कृषि विशेषज्ञों ने दी ये सलाह

पंजाब में सोमवार देर रात जालंधर व अमृतसर सहित कई जिलों में तेज वर्षा हुई। रात साढ़े दस बजे के बाद जब तेज हवा के साथ वर्षा शुरू हुई तो किसानों की नींद उड़ गई। वहीं खेतों में पकी गेहूं पर पड़ रही वर्षा की बूंदें किसानों के दिलों पर पत्थर की तरह गिरीं। वर्षा से गेहूं को भारी नुकसान होने की संभावना है। गेहूं की कटाई भी प्रभावित होगी अमृतसर में 3.0, नवांशहर में 1.3, रूपनगर में 0.5 व चंडीगढ़ में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। अन्य जिलों में बूंदाबांदी हुई। तेज वर्षा से तापमान में भी गिरावट आ गई।

19 अप्रैल तक न काटे फसल

कृषि विशेषज्ञों की किसानों को सलाह, 19 तक न काटें गेहूं मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन मौसम साफ रहने की संभावना है। फिर 18 और 19 अप्रैल को तेज हवा के साथ वर्षा हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि 19 अप्रैल तक गेहूं की कटाई नहीं करें।

देश में सामान्य से ज्यादा बारिश

इस साल मानसून मौसम के दौरान पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। पिछले वर्ष अनियमित मौसम से प्रभावित देश के किसानों और नीति निर्धारकों के लिए यह खबर राहत भरी है।

मौसम विभाग (आइएमडी) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत एक जून से 30 सितंबर के बीच दीर्घावधि औसत (87 सेंटीमीटर) की 106 प्रतिशत वर्षा होने की संभावना है।

देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश

उन्होंने कहा कि विभाग अपने पूर्वानुमान में अल नीनो, ला नीना, हिंद महासागर, द्विध्रुवीय स्थितियों और उत्तरी गोलार्ध में बर्फीले आवरण संबंधी स्थिति के प्रभाव पर विचार करता है और यह सभी स्थितियां इस बार भारत में अच्छे मानसून के अनुकूल हैं। उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा वर्षा होने की काफी संभावना है।

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Aastha Paswan

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