पंजाब : आईजी अधिकारी उमरानंगल को 23 फरवरी तक रगड़ेंगे खाकी वर्दीधारी
पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल के पद पर तैनात स. परमराज सिंह उमरानंगल को 23 फरवरी तक 4 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। स्पेशल
लुधियाना-फरीदकोट : पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल के पद पर तैनात स. परमराज सिंह उमरानंगल को 23 फरवरी तक 4 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (सीट) द्वारा फरीदकोट की जेएमआइसी एकता उप्पल की जिला अदालत से पूछताछ के लिए 10 दिन के पुलिस रिमांड की मांग की गई थी। डयूटी मजिस्ट्रेट द्वारा उन्हें 4 दिन के लिए पुलिस रिमंाड पर भेजा गया है। इससे पहले भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत आईजी परमराज सिंह उमरानंगल को जांच टीम द्वारा फरीदकोट स्थित सिविल अस्पताल में मेडीकल जांच हेतु लाया गया। तत्पश्चात उन्हें फरीदकोट सदर पुलिस स्टेशन में रखा गया।
फरीदकोट जिले के गांव बरगाड़ी में 12 अक्टूबर, 2015 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद बहिबल कलां और फरीदकोट में हुई गोलीकांड की हिंसक घटनाओं में आइजी परमराज सिंह उमरानंगल बुरी तरह घिरे हुए हैं। (सीट) के आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि आइजी उमरानंगल की गिरफ्तारी सुबूतों और अब तक हुई जांच के आधार पर की गई है।
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जानकारी के मुताबिक अकाली-भाजपा कार्यकाल में बहिबल कलां कोटकपूरा में 3 साल पहले घटित हिंसक घटनाएं जिसमें गुरू ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों की बेअदबी के बाद रोष प्रदर्शन कर रहे 2 सिख नौजवान मारे गए थे और दर्जनों से अधिक जख्मी भी हुए, कि जांच के लिए विशेष टीम पंजाब सरकार के आदेशों उपरांत इस कांड की जांच कर रही है। उच्च अधिकारियों की 5 सदस्य स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम पिछले कई दिनों से मोगा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक स. चरनजीत सिंह शर्मा से गिरफतारी के उपरांत पूछताछ कर रही थी। शर्मा को होशियारपुर से पिछले महीने 28 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इस संबंध में अन्य आरोपितों से भी पूछताछ की।
जानकारी के अनुसार सीट को अब तक जांच में सुराग मिले हैं कि कोटकपूरा-बहिबल कलां गोलीकांड के समय उमरानंगल लुधियाना के पुलिस कमिश्नर थे। लेकिन वह करीब 200 पुलिस कर्मियों के साथ फरीदकोट पहुंच गए और उन्होंने फरीदकोट-मोगा समेत पांच जिलों की फोर्स का नेतृत्व किया। स्ढ्ढञ्ज ने गिरफ्तारी से पहले उमरानंगल से पूछा कि वह किसके आदेश पर लुधियाना से बाहर 200 पुलिस कर्मियों को लेकर फरीदकोट गए थे? जवाब में उमरानंगल ने कहा कि मुझे ऊपर से मौखिक रूप से कहा गया था कि मैं फरीदकोट जाकर प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर मामला शांत करूं, इसलिए लुधियाना से फरीदकोट गया था। सूत्रों के अनुसार इस संबंध में कई दूसरे अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।
सुनीलराय कामरेड