'चन्नी पर लगे 500 करोड़ देकर CM बनने के आरोप से मचा बवाल, अनुराग ढांडा ने कांग्रेस को लगाई लताड़
Punjab News: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर 500 करोड़ रुपये देकर मुख्यमंत्री बनने के आरोपों ने राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने मंगलवार को इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि कांग्रेस में पहले विधायकों के बिकने की बातें सामने आती थीं, लेकिन अब पहली बार मुख्यमंत्री पद की खरीद–फरोख्त का मामला सार्वजनिक हुआ है। उनके अनुसार यही वजह है कि पंजाब कांग्रेस के भीतर भारी तनाव और खींचतान चल रही है।
Punjab News: हरियाणा कांग्रेस पर ‘बिकाऊ’ होने के आरोप
अनुराग ढांडा ने हरियाणा कांग्रेस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि हरियाणा में पूरी कांग्रेस पार्टी बिक चुकी है और प्रदेश के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जनता के जनादेश को भाजपा के हाथों सौंप दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में भाजपा का असली मुकाबला कांग्रेस से था, लेकिन भाजपा ने कांग्रेस नेताओं को अपने हिसाब से ‘मैनेज’ कर लिया, इसी कारण भाजपा राज्य में दोबारा सत्ता में लौट सकी।
Punjab News Today: चन्नी को लेकर आरोपों में उभरा नया विवाद
ढांडा ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के अंदर ही अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। कहीं कहा जा रहा है कि चन्नी ने 500 करोड़ रुपये देकर सीएम पद हासिल किया, तो कहीं 350 करोड़ की बात कही जा रही है। उनका कहना है कि इससे साबित होता है कि कांग्रेस में न केवल विधायक, बल्कि मुख्यमंत्री पद भी पैसे के दम पर तय किया जा सकता है। उनके अनुसार विपक्ष की जिम्मेदारी होती है कि वह सरकार पर सवाल उठाए, लेकिन कांग्रेस के नेता सत्ता से लड़ने के बजाय खुद सत्ता से समझौता कर लेते हैं।
'कांग्रेस–भाजपा ने कर रखा समझौता'
अनुराग ढांडा का आरोप है कि कांग्रेस और भाजपा ने एक तरह से आपस में समझौता कर रखा है। उनके मुताबिक कांग्रेस राज्यों में भाजपा को चुनाव जिताने में मदद करती है और बदले में भाजपा यह सुनिश्चित करती है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, रॉबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ कार्रवाई न हो।
उन्होंने कहा कि कई मामलों में जांच रिपोर्ट मौजूद होने के बावजूद इन नेताओं पर कोई छापा या सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। उनका कहना है कि यदि केंद्र सरकार चाहे तो कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में नकदी भी मिल सकती है, लेकिन दोनों पार्टियों के बीच ‘सेटिंग’ होने के कारण ऐसा नहीं होता।
राहुल गांधी को लेकर भी उठाए सवाल
ढांडा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी बिना नेता प्रतिपक्ष बने लंबे समय तक एलओपी आवास में रहे। उनके अनुसार भाजपा की अनुमति या समर्थन के बिना ऐसा संभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा की जनता अब इस ‘समझौते की राजनीति’ को समझने लगी है।
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