पंजाब : अमृतसर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए रतनखुर्द गांव से 560 ग्राम संदिग्ध हेरोइन बरामद की। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि यह बरामदगी उस समय हुई जब सैनिक सीमा सुरक्षा बाड़ के आगे कटाई कार्यों की निगरानी कर रहे थे और उन्हें एक संदिग्ध प्लास्टिक कंटेनर दिखाई दिया।
Highlight :
- BSF ने अमृतसर में एक प्लास्टिक कंटेनर से 560 ग्राम संदिग्ध हेरोइन बरामद की
- तलाशी अभियान में नशीले पदार्थों की दूसरी बरामदगी भी हुई
- BSF और पंजाब पुलिस के प्रयासों से पिछले दिनों में कई हेरोइन पैकेट्स बरामद
अमृतसर में प्लास्टिक कंटेनर से 560 ग्राम हेरोइन बरामद
संदिग्ध कंटेनर पीले चिपकने वाले टेप में लिपटा हुआ था और इसमें लोहे के तार का हुक लगा हुआ था। जब इसे खोला गया, तो अंदर हेरोइन पाई गई। बीएसएफ ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और स्थानीय पुलिस को सूचित किया। यह घटना न केवल पंजाब में नशीले पदार्थों के व्यापार की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि बीएसएफ की सतर्कता को भी दर्शाती है। बीएसएफ ने शनिवार को भी एक अन्य सफल ऑपरेशन किया था, जब उसने तरनतारन जिले के दल गांव से संदिग्ध हेरोइन का एक पैकेट बरामद किया था। बीएसएफ की खुफिया शाखा को नशीले पदार्थों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी, जिसके आधार पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया। इस ऑपरेशन में 568 ग्राम हेरोइन का एक पैकेट बरामद किया गया, जिसे पीले और सफेद चिपकने वाले टेप में लपेटा गया था।

इससे पहले, अमृतसर जिले के दाओके गांव में भी बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने मिलकर 550 ग्राम हेरोइन का एक पैकेट बरामद किया था। यह कार्रवाई 3 अक्टूबर को बीएसएफ की खुफिया विंग से मिली सूचना के आधार पर की गई थी। नशीले पदार्थों के इस पैकेट को पीले चिपकने वाले टेप में लपेटा गया था और इसे एक स्टील की अंगूठी और छोटी टॉर्च के साथ सुरक्षित किया गया था। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि पंजाब में नशीले पदार्थों की तस्करी एक गंभीर समस्या है, और बीएसएफ तथा अन्य सुरक्षा बल इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाईयों से न केवल नशीले पदार्थों की तस्करी में कमी आएगी, बल्कि इससे स्थानीय लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी।

बीएसएफ ने इस प्रकार की कार्रवाईयों को जारी रखने का आश्वासन दिया है और स्थानीय समुदायों से भी सहयोग की अपील की है। यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त हैं और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इन सफल अभियानों से यह भी साबित होता है कि सुरक्षा बल न केवल अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं, बल्कि वे सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी तत्पर हैं।