किसान आंदोलन समाप्त करने के लिए Punjab पुलिस का सख्त एक्शन, इंटरनेट सेवा बंद
पंजाब पुलिस का कड़ा रुख, किसान आंदोलन के चलते इंटरनेट सेवा बंद
अपनी मांगो को लेकर धरना- प्रर्दशन कर रहे किसानों पर पंजाब पुलिस ने सख्ती से एक्शन लेना शुरू कर दिया। शंभू-खिनौरी बॉर्डर पर एक साल से जो किसानों का आंदोलन चल रहा था, उसके लिए पंजाब पुलिस एक्शन में आ गयी है। उन्होंने किसानों के सभी धरना प्रदर्शन स्थल को बुलडोज़र की मदद से ध्वस्त कर दिया। यह हादसा तब हुआ जब केंद्र सरकार, पंजाब सरकार और किसान संगठनों के बीच 7वीं बार बातचीत हुई। पंजाब पुलिस द्वारा लिए गए एक्शन से किसान नाराज है।
प्रमुख किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद Punjab के बॉर्डर क्षेत्रों में इंटरनेट बंद
इंटरनेट सेवाएं बंद
एसकेएम के प्रवक्ता गुरदीप सिंह ने बताया कि किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उन सभी लोगों ने हिरासत में ही अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है। बता दें कि संगरूर के इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी है और पुलिस एक्शन के बाद पटियाला और आस-पास के इलाकों में भी इंटरनेट सेवाएं अगले आदेश तक वर्जित कर दी गयी है। वहीं किसान नेता डल्लेवाल को पहले जालंधर के PWD रेस्ट हाउस ले जाया गया।
किसान नेता राकेश टिकैत का बयान
नौ मेंबर्स की एसकेएम समिति अपनी रणनीति पर बात करने के लिए आज दोपहर में चर्चा करेंगे। जबकि जोगिन्दर सिंह, बलबीर सिंह, दर्शन पाल और हरिंदर सिंह के साथ साथ अन्य लोग अपनी नीतीओं पर मीटिंग अगले बुधवार को करेंगे। इसी पर किसान नेता राकेश टिकैत ने सभी किसानो की एकता को उजागर करते हुए कहा की सरकार कॉर्पोरेट्स को फायदा पहुचानें के लिए विरोध प्रदर्शन को दबाना जारी रहेगा। हरियाणा पुलिस ने किसान नेताओं जसमीत और तेजवीर सिंह को पिछले साल एक मामले के लिए SIT के सामने पेश होने का आदेश दिया और ऐसा ना करने पर कानूनी परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी। पंजाब पुलिस ने किसानों द्वारा बनाए हुए शेड भी तोड़ दिए है। इस कार्रवाई से पहले पुलिस ने सरवन सिंह पंधेर और डल्लेवाल को हिरासत में लिया गया। उसके बाद शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली करवाया गया था।