Drugs के खिलाफ Punjab Police की बड़ी कार्रवाई, 1,228 ग्राम रक्षा समितियों का गठन किया
पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ जंग 162 शहरी समितियां बनीं
पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए पंजाब सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है। अब ड्रग्स के खिलाफ युद्ध के आह्वान के बीच, पंजाब पुलिस ने रोपर रेंज के 1,228 ग्राम रक्षा समितियों और शहरी क्षेत्रों में 162 रक्षा समितियों का गठन करने में कामयाबी हासिल की है। रोपर रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरचरण सिंह भुल्लर ने कहा कि 435 पंचायतों और वार्डों ने किसी को भी ड्रग्स बेचने से रोकने का प्रस्ताव पारित किया है और यह पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। डीआईजी ने बताया कि पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जंग छेड़ दी है। 1 जनवरी से 3 अप्रैल तक पुलिस ने गांवों में 1,228 रक्षा समितियां और शहरी इलाकों में 162 रक्षा समितियां बनाईं। रोपड़ रेंज में हमें सफलता मिली है।
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435 पंचायतों और वार्डों में प्रस्ताव पारित कर यह तय किया गया कि यहां कोई भी नशा नहीं बेच सकता। अगर पंजाब पुलिस में कोई भी व्यक्ति नशे के तस्करों से जुड़ा पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा, उसे जेल भेजा जाएगा और उसकी नौकरी भी चली जाएगी। बता दें कि इससे पहले पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को गुरदासपुर और अमृतसर जिलों से होते हुए श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर से डेरा बाबा नानक तक छह दिवसीय पैदल मार्च को हरी झंडी दिखाई।
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि नशे की लत की इस सामाजिक बुराई के कारण हमारा युवा कमजोर हो रहा है, परिवार बर्बाद हो रहे हैं। हम लोगों के समर्थन के बिना किसी भी सामाजिक बुराई के खिलाफ नहीं लड़ सकते। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि अपने आस-पास के लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें। इस बीच, पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि एक महिला कांस्टेबल अमनदीप कौर को ड्रग्स मामले में शामिल होने के कारण सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।