वैभव सूर्यवंशी के शतक का जश्न मनाने के लिए राहुल द्रविड़ ने छोड़ी व्हीलचेयर
वैभव सूर्यवंशी के शतक पर द्रविड़ ने खड़े होकर जताई खुशी
राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी के शानदार शतक पर व्हीलचेयर से उठकर अभिवादन किया। वैभव ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाकर आईपीएल में सबसे तेज भारतीय शतक का रिकॉर्ड तोड़ा। उनकी पारी से राजस्थान ने 210 रन का लक्ष्य 25 गेंद शेष रहते हासिल किया।
राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ वर्तमान में चोट से उबर रहे है और व्हीलचेयर का उपयोग कर रहे हैं। सोमवार को जब राजस्थान के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ शतक जड़ा तो उनकी सरहाना करने के लिए राहुल अपनी व्हीलचेयर से उठ गए।
सोमवार को आईपीएल 2025 के 47वें मुकाबले में 14 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 35 गेंदों में शानदार शतक लगाया और टीम को 210 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने में अहम योगदान दिया। वैभव ने सिर्फ 17 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर दिया था और फिर 10वें ओवर में रशीद खान की गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया।
Rahul Dravid’s Cold Celebration When Vaibhav suryvanshi Reached His 100🥶💯 #vaibhavsuryavanshi #GTvsRR #RahulDravidpic.twitter.com/yn8lNuJvKx
— Pan India Review (@PanIndiaReview) April 28, 2025
वैभव की इस उपलब्धि के बाद राहुल द्रविड़ और उनके सहयोगी स्टाफ ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। द्रविड़ कुछ समय पहले बेंगलुरु में क्रिकेट खेलते समय चोटिल हुए थे और अपनी रिकवरी के दौरान राजस्थान रॉयल्स के साथ यात्रा कर रहे हैं।
वैभव ने अपनी इस पारी के दौरान कई रिकॉर्ड बनाए। वह टी20 में अर्धशतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। उनका 35 गेंदों में बनाया शतक आईपीएल इतिहास में किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सबसे तेज़ शतक है। 2009 में युसूफ पठान ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 37 गेंदों में शतक बनाया था, वैभव ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। सभी आईपीएल सीजन में, केवल क्रिस गेल ने सबसे तेज़ शतक बनाया है। उन्होंने 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए 30 गेंद में शतक बनाया था।
वैभव की पारी की बात करें तो उन्होंने 38 गेंद में 101 रन बनाए, जिसमें सात चौके और 11 छक्के शामिल थे। उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ 11.5 ओवर में 166 रन की साझेदारी भी की। उनकी ये शानदार पारी तब समाप्त हुई जब उन्हें प्रसिद्ध कृष्णा ने बोल्ड किया। यशस्वी जायसवाल 40 गेंदों पर 70 रन बनाकर नाबाद रहे। राजस्थान ने 25 गेंद शेष रहते हुए लक्ष्य का पीछा कर लिया और आठ विकेट से मैच जीत लिया।