W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

कृषि कानूनों के खिलाफ दायर याचिकाओं पर SC ने केंद्र से 4 हफ्तों में मांगा जवाब

कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई। सोमवार को इन याचिकाओं पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

01:45 PM Oct 12, 2020 IST | Desk Team

कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई। सोमवार को इन याचिकाओं पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

कृषि कानूनों के खिलाफ दायर याचिकाओं पर sc ने केंद्र से 4 हफ्तों में मांगा जवाब
Advertisement
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ देश में अभी भी कई जगहों पर प्रदर्शन जारी है। किसानों और किसान संगठन के अलावा कई राजनीतिक दल भी इन कानूनों को लेकर सड़कों पर हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई। सोमवार को इन याचिकाओं पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
Advertisement
प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबड़े की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र से चार हफ्तों के अंदर नोटिस पर जवाब मांगा है। तीन कानून – कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार अधिनियम -2020, कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिलने के बाद 27 सितंबर को प्रभावी हुए थे।
पीठ राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सदस्य मनोज झा, केरल से कांग्रेस के लोकसभा सांसद टीएन प्रतापन और तमिलनाडु से द्रमुक के राज्यसभा सदस्य तिरुची शिवा और राकेश वैष्णव की तरफ से दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। पीठ में न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और वी रामासुब्रमण्यन भी शामिल हैं।
याचिकाओं में आरोप लगाया गया कि है कि संसद द्वारा पारित कृषि कानून किसानों को कृषि उत्पादों का उचित मुल्य सुनिश्चित कराने के लिये बनाई गई कृषि उपज मंडी समिति व्यवस्था को खत्म कर देंगे।
Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
Advertisement
×