Rajasthan: जल जीवन मिशन घोटाले के सिलसिले में पूर्व मंत्री महेश जोशी समेत 21 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज
राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाले में राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी समेत 21 अन्य लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुई है।
Rajasthan: राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाले में राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी समेत 21 अन्य लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुई है। और अब इस मामले ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के लिए एक बड़ा सिरदर्द खड़ा कर दिया है। एसीबी ने यह साफ कर दिया है कि महेश जोशी से जल्द ही पूछताछ की जाएगी, और साथ ही विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका की सख्त जांच की जाएगी।
सच्चाई सामने आनी चाहिए- महेश जोशी
राज्य के पूर्व मंत्री जोशी ने मंगलवार को कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए और वह किसी भी जांच एजेंसी का विरोध नहीं करते हैं। मुझे भी मीडिया के माध्यम से मेरे और 21 अन्य लोगों के खिलाफ इस एफआईआर के बारे में पता चला, मैंने अभी तक एफआईआर नहीं देखी है। लेकिन मैं इतना जरूर कहना चाहता हूं कि मैंने कभी किसी जांच एजेंसी का विरोध नहीं किया। जांच एजेंसी को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए और सच्चाई ही मेरी बेगुनाही साबित करने के लिए काफी होगी, कि भ्रष्टाचार के किसी भी घोटाले में मेरी कोई संलिप्तता नहीं है।
BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी के विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कथित घोटाले को लेकर पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि जल जीवन मिशन के लिए पैसा दिया गया था, लेकिन इसे लोगों को नल का पानी देने पर खर्च नहीं किया गया, बल्कि केवल कागजों पर खर्च किया गया। भाजपा विधायक ने एएनआई से कहा, “राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान जल जीवन मिशन में बहुत बड़ा घोटाला हुआ था। हर घर में नल का पानी पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया गया पैसा जमीन पर खर्च नहीं किया गया, यह केवल कागजों पर खर्च किया गया
मामले में संजय बड़ाया गिरफ्तार
जुलाई की शुरुआत में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान में केंद्र की जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना के कार्यान्वयन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में कथित बिचौलिए संजय बड़ाया को गिरफ्तार किया था। ईडी की जयपुर जोनल ऑफिस स्थित इकाई ने पूछताछ के बाद बड़ाया को गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि जांच के दौरान 20,000 करोड़ रुपये के जेजेएम घोटाले में बिचौलिए के रूप में उनकी भूमिका स्थापित हुई थी।
ईडी की छापेमारी जारी
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपनी जांच कर रहे ईडी ने जयपुर में एक आईएएस अधिकारी के आवास सहित कई छापे मारे थे। इस साल 19 जून को संघीय एजेंसी ने मामले से जुड़े तीसरे आरोपी महेश मित्तल को गिरफ्तार किया। मामले में आगे की सुराग मिलने के बाद श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी के मालिक मित्तल को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
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