Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के दावे पर राजस्थान हाईकोर्ट ने CM गहलोत को भेजा नोटिस, 3 हफ्ते में मांगा जवाब

राजस्थान उच्च न्यायालय ने राज्य न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का दावा करने वाले उनके बयान के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नोटिस जारी किया।

04:04 PM Sep 03, 2023 IST | Desk Team

राजस्थान उच्च न्यायालय ने राज्य न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का दावा करने वाले उनके बयान के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नोटिस जारी किया।

राजस्थान उच्च न्यायालय ने राज्य न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का दावा करने वाले उनके बयान के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नोटिस जारी किया। यह नोटिस पूर्व न्यायिक अधिकारी और वकील शिवचरण गुप्ता द्वारा दायर एक जनहित याचिका के जवाब में जारी किया गया था। हाईकोर्ट ने सीएम गहलोत से अपने उस बयान का आधार स्पष्ट करने को कहा कि अदालतों में भ्रष्टाचार है, वकील फैसले लिखते हैं, न्यायपालिका के खिलाफ टिप्पणी मामले में शनिवार को सुनवाई हुई, इस दौरान जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस आशुतोष कुमार की खंडपीठ ने सीएम गहलोत को कारण बताओ नोटिस जारी किया और तीन हफ्ते में जवाब मांगा, मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी।
Advertisement
कोर्ट की अवमानना को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ हो कार्रवाही
भ्रष्ट न्यायिक कार्यप्रणाली का आरोप लगाते हुए गहलोत के बयान के मद्देनजर उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि सीएम न्यायाधीशों और कानूनविदों की प्रतिष्ठा पर हमला हैं। इसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ “अदालत की अवमानना” के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए। याचिकाकर्ता के वकील शिवचरण गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत से अगले तीन सप्ताह में हाई कोर्ट की ओर से जारी नोटिस का जवाब मांगा गया है।
अशोक गहलोत ने अपने बयान को लेकर दी सफाई
मुख्यमंत्री गहलोत ने पिछले बुधवार को यह बयान दिया था, इसके एक दिन बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जो कहा वो उनकी व्यक्तिगत राय नहीं थी, उन्होंने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और उसमें विश्वास जताया है, उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों और पूर्व मुख्य न्यायाधीशों ने समय-समय पर न्यायपालिका में भ्रष्टाचार पर टिप्पणी कर चिंता जाहिर की है।
Advertisement
Next Article