Rajasthan: कोटपूतली में बड़ा हादसा, बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची, रेस्क्यू जारी
कोटपूतली में सोमवार को बड़ा हादसा हुआ है। तीन साल की बच्ची बोरवेल में गिरी।
Rajasthan: राजस्थान के कोटपूतली में सोमवार को बड़ा हादसा हुआ है। तीन साल की मासूम बच्ची बोरवेल में गिर गई। घटना का पता चलते ही इलाके में अफरातफरी मच गई। हादसे की सूचना मिलने के बाद बच्ची का रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। मामला कोटपूतली के बड़ियाली का है। बताया जा रहा है सोमवार दोपहर बच्ची खेल रही थी, तभी उसका पैर फिसला और वह बोरवेल में जा गिरी। बच्ची का नाम चेतना बताया जा रहा है। इसकी जानकारी तुरंत प्रशासन को दी गई।
#WATCH कोटपूतली, राजस्थान: कोटपूतली के कीरतपुरा गांव में 3.5 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई। बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/fiAPZWQnrP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 23, 2024
बचाव कार्य में जुटी SDRF और NDRF की टीम
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए , एसडीआरएफ और एनडीआरएफ से मदद ली है। बोरवेल में गिरी बच्ची 150 फीट नीचे नजर आई है। बच्ची को बचाने के लिए रात को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा। बोरवेल में रस्सी के सहारे कैमरा भी डाला गया है, ताकि बच्ची की हरकत पर नजर रखी जा सके। रेस्क्यू टीम में एसडीआरएफ के 15 और एनडीआरएफ के 25 जवान शामिल हैं। साथ ही फायर ब्रिगेड, जेसीबी और नगर परिषद के 25 कर्मचारी घटनास्थल पर तैनात हैं।
SP और DSP समेत 40 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद
इसके अलावा कोटपूतली के एसपी, एएसपी, डीएसपी और तीन थानों के थानाधिकारी सहित 40 पुलिसकर्मी भी मौके पर मौजूद हैं। साथ ही घटनास्थल पर सीएमएचओ, बीसीएमएचओ, पीडियाट्रिशियन और एनेस्थीसिया के विभागाध्यक्ष सहित 19 नर्सिंगकर्मी भी मौजूद हैं। बच्ची को बचाने के लिया रेस्क्यू जारी है। तमाम टीमें घटनास्थल पर मौजूद है। और तकनीकी तरीकों से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है बच्ची करीब 150 फुट की गहराई में अटकी पड़ी है।
बच्ची की हरकतों पर प्रशासन की नजर
पुलिस के मुताबिक बच्ची पर कैमरे में के जरिए हर मूवमेंट को रिकार्ड किया जा रहा है। इसमें बच्ची रो रही है और मदद के लिए चीख पुकार मचा रही है। अधिकारियों के मुताबिक बच्ची को बचाने के लिए बोरवेल के पास ही एक पैरलल गड्ढा खोदा जा रहा है। 150 फुट गहरा गड्ढा खुद जाने के बाद बोरवेल तक सुरंग का निर्माण किया जाएगा और इसी सुरंग के जरिए बच्ची को बाहर निकाला जाएगा।