Rajasthan Police SI Recruitment Exam: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, आखिर क्यों रद्द हुई परीक्षा?
Rajasthan Police SI Recruitment Exam: राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान पुलिस सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा 2021 को लेकर अहम फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया है। यह परीक्षा लंबे समय से विवादों में रही है, खासकर पेपर लीक मामले को लेकर।
Rajasthan Police SI Recruitment Exam: पेपर लीक का बड़ा खुलासा
एसआई परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कर रही थी, जिसे एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) लीड कर रहा था। जांच के दौरान सामने आया कि परीक्षा का पेपर जयपुर से लीक हुआ था और यह 15 से 20 लाख रुपये में कई अभ्यर्थियों को उपलब्ध करवाया गया।

Jaipur News Hindi: 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई गिरफ्तार और बर्खास्त
एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई कि कई अभ्यर्थी पेपर लीक के जरिए पास हुए थे। अब तक 50 से ज्यादा ट्रेनी थानेदारों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिन्हें बाद में सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया। इसके अलावा कुल मिलाकर इस केस में 125 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें दलाल, अभ्यर्थी और आरपीएससी से जुड़े लोग शामिल हैं।

Rajasthan SI Recruitment: हाईकोर्ट ने रद्द की परीक्षा
इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट की एकल पीठ जस्टिस समीर जैन ने की। सरकार की ओर से कोर्ट में कहा गया था कि परीक्षा को रद्द नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि सभी अभ्यर्थी दोषी नहीं हैं। इसके लिए एक कैबिनेट सब कमेटी भी बनाई गई थी, जिसने परीक्षा को रद्द न करने की सिफारिश की थी। लेकिन कोर्ट ने पूरे मामले की गहराई से जांच और सुनवाई के बाद परीक्षा को रद्द करने का फैसला सुनाया।

Rajasthan Police Recruitment Exam: भाजपा सरकार ने बनाई एसआईटी
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में पेपर लीक बड़ा चुनावी मुद्दा बना। चुनाव में बीजेपी ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर पेपर लीक की जांच कराई जाएगी। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया, जिसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वी.के. सिंह को सौंपी गई।

परीक्षा के बाद कई अभ्यर्थियों को मिल चुकी थी पोस्टिंग
यह परीक्षा कुल 859 पदों के लिए आयोजित की गई थी, जिसे राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC), अजमेर ने आयोजित किया था। परीक्षा के बाद चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के बाद फील्ड पोस्टिंग भी दे दी गई थी। लेकिन जैसे ही पेपर लीक की पुष्टि हुई, इन भर्तियों पर संकट के बादल मंडराने लगे।
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