हमने राजनीति नहीं की , किया है विकास : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां कहा कि हमने राजनीति नहीं की है बल्कि हमने विकास किया है और जो कहा है उसे पूरा किया और आगे भी जो कहेंगे उसे पूरा करके दिखायेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी आज हल्की बारिश के बीच खेलगांव में पंद्रह हजार एक सौ करोड़ रूपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने जो वादा किया है उसे पूरा किया है, जो परियोजनाएं,योजनाएं हमने शुरू की, उसे पूरी भी की है।
मोदी ने कहा कि एक ही कार्यक्रम में 15,000 करोड़ रुपए की योजनाओं की शुरुआत होना एक बड़ी घटना. उन्होंने पिछली सप्रंग सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे सामने ऐसे हालात छोड़कर गए हैं कि बुराईयां बढ़ गई. अगर कोई ढीला इंसान होता तो शायद डर जाता, लेकिन हम जरा अलग मिट्टी के बने हैं. हमें चुनौतियों को चुनौती देने की आदत है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 5600 करोड़ के निर्माण हमारी सरकार बनने के बाद शुरू हुए जो कि पूरे हो रहे हैं. अभी तक हम गढ्ढे में पड़ी योजनाओं को पूरा कर रहे हैं, उन्हें गढ्ढे से बाहर निकालने में काफी ताकत लग रही है.
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले घोषणाएं करना, पत्थर लगवाना, यह खेल सालों से चला आया है। हमारे सामने सबसे बडी चुनौती यही थी जिसे खत्म करने में हमें जबरदस्त ताकत लगानी पड़ी जिसकी आप कल्पना तक नहीं कर सकते।
प्रधानमंत्री ने शुरूआती सम्बोधन मेवाड़ में देने के बाद कहा कि सारी व्यवस्थाओं में इतनी अधिक बुराईयां प्रवेश कर चुकी थी कि यदि कोई ढीला ढाला इंसान होता तो वह देखकर ही डर जाता। लेकिन हमें चुनौतियों को चुनौती देने की आदत भी है और चुनौतियों को स्वीकार करते हुए रास्ते खोलते हुए देश को आगे ले जाने की ताकत भी रखते है।
उन्होंने राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर विकास के कायो’ को आडे हाथों लेते हुए कहा कि वर्ष 2006 में चम्बल पर हैंगिग ब्रिज (झुलते पुल) का निर्माण शुरू किया। कुछ करोड रूपये की लागत से उसे भी ज्ञारह साल में पूरा नहीं कर पायी। अंतत: इसे हमारी सरकार ने पूरा करके दिखाया है और इसका आज लोकार्पण किया गया है।
मोदी ने कहा कि हैंग्रिग ब्रिज के निर्माण कार्य से काम करने वाली सरकार को आसानी से समझा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने आज पंद्रह हजार करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास को राजस्थान के लिए अदभुत घटना बताते हुए कहा कि हम विकास में विश्वास रखते है, घोषणाओं में नहीं।
ब्रिज की खास बातें : –
– 2007 में चंबल नदी पर 1.4 किमी लंबा ब्रिज बनना शुरू हुआ।
– 2009 में ब्रिज के दूसरी ओर निर्माणाधीन पिलर गिरने से 48 मजदूरों की मौत गई।
– ब्रिज की सड़क के नीचे डेक बना है। इसके भीतर 2.5 मीटर चौड़ा और ऊंचा सुरंगनुमा होलो सेक्शन है, जिसमें एक हाथी घूम सकता है।
– ब्रिज पर इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम लगेगा। यह ट्रैफिक लोड बढ़ने, भारी बारिश, हवा, तूफान, चक्रवात, भूकंप आदि किसी प्राकृतिक आपदा पर नियंत्रण कक्ष को सूचना देगा।
– केबल एयरो डायनामिक हैं ताकि तेज हवा का कोई असर न हो। केबल की न्यूनतम लंबाई 41 मीटर और अधिकतम लंबाई 179 मीटर है। केबल 2 से 300 मिमी मोटी है।
– जिस खंभे पर केबल कसी हुई हैं वह डेक के ऊपर 80-80 मीटर ऊंचा है। इसे भी विशेष तकनीक से बनाया गया है।
– ब्रिज में बीच में कोई खंभा नहीं है। दोनों किनारों पर बने खंभों पर तारों के जरिए इसे स्थिर किया गया है।
आपको बता दे कि पूर्व की सप्रंग सरकार ने इस के निर्माण के लिए जापान और कोरिया की मदद ली जिसमें बाद में कई और देश जुड़ते चले गए । इसका निर्माण 2008 में काम शुरु हुआ। लेकिन एक दुर्घटना के बाद इसका काम रुक गया, इसके बाद 2014 में एक बार इसका काम आरंभ हुआ और आज प्रधानमंत्री ने इसे देश को समर्पित किया।
उन्होंने कहा कि जिस कार्य को आरंभ करेंगे उसे पूरा करने का प्रयास भी करेंगे। हिम्मत के साथ निर्णय लेते है और पूरा करके दिखाते है। इसलिए एक साथ इतनी अधिक परियोजनायें बनायी है और एक साथ काम शुरू भी किये है। हम अलग मिट्टी से बने हुए है। आने वाले समय में राजस्थान की कायाकल्प होकर रहेगी। उन्होंने कहा कि काम अटकने से देश का नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री ने विकास में सडकों की महथा को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि सड़के अच्छी होगी तो पर्यटन, औद्योगिक विकास और किसानों को सुविधा मिलेगी लेकिन इसके अभाव में विकास की संभावनाएं धूमिल हो जाएगी। उन्होंने राजस्थान में पर्यटन की अपार संभावनाएं बताते हुए कहा कि हर पर्यटक राजस्थान आना चाहता है यदि सड़क अच्छी होगी तो फूल वाले से लेकर चायवाले तक सब कमायेंगे।
प्रधानमंत्री ने जैसे ही चायवाले का जिक्र किया, जनसमूह काफी देर तक मोदी, मोदी के नारे लगाता रहा। मोदी ने कहा कि सड़के अच्छी होने से किसानों को फसल बाजार तक ले जाने में आसानी होगी। इससे किसानों को बहुत बड़ा लाभ होगा। किसान खेत से आसानी से फसल बाजार तक ले जा सकेंगे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई चतुर्भुज सड़क परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना से देश का तेजी से विकास हुआ।
सड़कें देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करती है, इसे ध्यान में रखते हुए सडकों का जाल बिछाया जा रहा है। सड़के अच्छी होती है तो जीवन में भी बदलाव आता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को विकास की नयी ऊंचाईयों पर ले जाना है तो हमारी व्यवस्था को आधुनिक बनाना होगा। नयी पीढी के लिए गुणवथापूर्ण शिक्षा, फाइबर केबल, बिजली, पानी, सड़क, रेल, समुद, मार्ग, डिजिटलीकरण, अत्याधुनिक तकनीक एवं संसाधनों का जाल हो। ग्रामीण इलाकों में बैठे विद्यार्थियों को भी शहरों की तर्ज पर सुविधा मिले। हम इसी ओर तेजी से आगे बढ रहे है। विकास के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका सबसे अधिक लाभ गरीब महिलाओं को मिला है, उन्हें धूएं से निजात मिली है। सबको मालूम है कि रसोई गैस कनेक्शन सालों पहले कैसे मिलता था, बडी मुश्किल से गैस कनेक्शन मिलता था। मगर अब हालात बदल गये है और आसानी से रसोई गैस कनेक्शन मिल रहा है। देश भर में अभियान चलाकर गरीबों के घर जाकर गैस कनेक्शन देने का काम चल रहा है, लाखों महिलाओं को यह कनेक्शन मिल भी चुके है।