भारत-अमेरिका सेना का अभ्यास युद्ध अभ्यास: 20वां संस्करण संपन्न!
भारत: भारतीय सेना और अमेरिकी सेना के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास "युद्ध अभ्यास-24" का समापन समारोह महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ। यह इस द्विपक्षीय अभ्यास श्रृंखला का 20वां संस्करण है, जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने का प्रतीक है। इस अभ्यास ने हमारे सैनिकों को एक साथ मिलकर काम करने और तकनीकी कौशल साझा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।
Highlights:
- अर्ध-शहरी और अर्ध-रेगिस्तानी इलाकों पर अभियान
- भारतीय सेना और अमेरिकी सेना के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास
- 600 सैनिकों ने भाग लिया
भारत-अमेरिका का 'युद्ध अभ्यास-24': आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता!
भारत और अमेरिका की सेनाओं ने संयुक्त राष्ट्र के आदेश पर अर्ध-शहरी और अर्ध-रेगिस्तानी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया। इस अभ्यास में शारीरिक फिटनेस, सामरिक अभ्यास और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान पर जोर दिया गया।
आपको बता दें, यह अभ्यास दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की तैयारी को दर्शाता है।
भारतीय और अमेरिकी सैनिकों ने राजस्थान के महाजन फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास के दौरान आतंकवाद विरोधी अभ्यास किया, जिसमें अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और एएलएच ध्रुव वेरिएंट जैसे हेलिकॉप्टरों ने भी भाग लिया।
"भारत-अमेरिका की आतंकवाद विरोधी ताकत!" : मेजर आकांक्षा:
मेजर आकांक्षा राजपूत ने बताया, "युद्ध अभ्यास 2024 में कोर ऑफ इंजीनियर्स टीम के साथ मैंने आतंकवाद विरोधी अभियानों में पैदल सेना के समर्थन में काउंटर-आईडी तकनीक और बाधाओं को तोड़ने पर काम किया।" इस अभ्यास के दौरान, भारतीय और अमेरिकी सेनाओं ने मिलकर विभिन्न अभ्यासों में भाग लिया, जिससे पैदल सेना इकाई को युद्ध सहायता प्रदान करने में इंजीनियरों की ताकत बढ़ी।
मेजर आकांक्षा राजपूत ने आगे कहा, "यह अभ्यास हमारी टीम के लिए बहुत मददगार रहा है, क्योंकि हम अमेरिकी समकक्षों के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं, तकनीकों और प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान कर सके।"
"कैप्टन साइमा: भारत-अमेरिका संबंधों की नई दिशा!
अमेरिकी सेना में नागरिक मामलों की अधिकारी, कैप्टन साइमा दुर्रानी ने कहा कि मुख्य उद्देश्य अमेरिका-भारत मित्रता को मजबूत करना है।
अमेरिकी सेना की अधिकारी कैप्टन साइमा दुर्रानी ने कहा है कि भारत-अमेरिका की दोस्ती को मजबूत बनाना उनका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि वे भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं और भारतीय सेना के साथ काम करने में उन्हें बहुत खुशी हो रही है।
कैप्टन साइमा दुर्रानी का परिवार भारत से है, उनके दादा और परदादा ने भारतीय सेना में सेवा की थी। उन्होंने कहा कि उनका जन्म अमेरिका में हुआ था, लेकिन वे हमेशा से भारत वापस आने का सपना देखती थीं ताकि वे अपने परिवार की जड़ों को जान सकें।
भारत और अमेरिका ने हाल ही में राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में संयुक्त सैन्य अभ्यास 'युद्ध अभ्यास-2024' की शुरुआत की, जो 9 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा. यह अभ्यास दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
14 दिवसीय अभ्यास में राजपूत रेजिमेंट की एक बटालियन के लगभग 600 सैनिकों के साथ-साथ अन्य हथियारों और सेवाओं के कर्मियों ने भाग लिया, जबकि अमेरिकी पक्ष का प्रतिनिधित्व अलास्का स्थित 11वीं एयरबोर्न डिवीजन की 1-24 बटालियन के सैनिकों ने किया।