पंचतत्व में विलीन हुए पंजाबी सिंगर राजवीर जंदावा, 12 दिन तक मौत से लड़ी थी जंग
Rajvir Jawanda Funeral: पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की मौत से पूरे पंजाब में शोक की लहर है। आज राजवीर पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव पौना में किया गया। 27 सितंबर को हुए सड़क हादसे में वे गंभीर रुप से जख्मी हो गए थे। 12 दिन तक मौत से लड़ने के बाद बीते बुधवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। आज दोपहर करीब 12 बजे उनका अंति सस्कार किया गया।
Rajvir Jawanda Funeral: बेटे ने दी मुखाग्नि
राजवीर के अंतिम संस्कार उनके करीबी दोस्त और परिवार वाले मौजूद रहे। पंजाब के सीएम भगवंत मान और इंडस्ट्री के कई सेलेब्स भी उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे। बता दें कि राजवीर की दो बच्चे भी हैं। उनके बेटे दिलावर ने ही उन्हें मुखाग्नि भी दी। अंतिम समय में उन्हें लाल पगड़ी पहनाई गई। सिंगर को अंतिम विदाई देने के लिए फैंस की भारी भीड़ इकट्टा हुई थी।
Rajvir Jawanda Last Rites: शिमला में हुआ था एक्सिडेंट
राजवीर के साथ हादसा उस वक्त हुआ जब वह अपनी बाइक राइडिंग के दौरान शिमला की ओर जा रहे थे। पिंजौर के पास सड़क पर अचानक पशु से टकराने के कारण उनकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो गई। इस दुर्घटना में उन्हें सिर व रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं। वहां से उन्हें अस्पताल लाते वक्त हार्ट अटैक भी आ गया था, जिसके बाद उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें लगातार वेंटिलेटर पर रखा गया था। बुधवार को उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद पंजाब में शोक की लहर दौड़ गई।
Rajvir Jawanda Final Journey: नहीं मानी पत्नी की बात
राजवीर के करीबी दोस्त ने बताया कि शिमला जाते वक्त उनकी पत्नी ने उन्हें मना किया था। दोस्त ने बताया कि राजवीर की पत्नी ने गुजारिश की थी कि वे बाइक ट्रिप पर न जाए, लेकिन राजवीर ने उनकी नहीं सुनी।
बता दें पंजाब में जन्मे राजवीर जवंदा को "तू दिस पेंदा," "खुश रेहा कर," "सरदारी," "सरनेम," "आफरीन," "लैंडलॉर्ड," "डाउन टू अर्थ," और "कंगनी" जैसे गानों से पंजाबी संगीत जगत में पहचान मिली। वह "सूबेदार जोगिंदर सिंह" (2018), "जिंद जान" (2019), और "मिंडो तसीलदारनी" (2019) जैसी पंजाबी फिल्मों में भी दिखाई दिए।
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