'खड़गे साहब बजाओ ताली..', Ramdas Athavale ने पढ़ा ऐसा शेर, सांसदों की छूटी हंसी
संसद में रामदास अठावले की शायरी पर सांसदों की हंसी छूटी
वक्फ संशोधन बिल पर राज्यसभा में बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपनी शायरी से विपक्ष पर तंज कसा। उनकी शायरी सुनकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसद हंस पड़े। अठावले ने कहा कि वक्फ बिल मुसलमानों, दलितों और पिछड़ों को न्याय दिलाने वाला कानून है और इसका कोई असंवैधानिक पहलू नहीं है।
मोदी सरकार की ओर से लाए गया वक्फ संशोधन बिल अब कानून बनने से एक कदम दूर है। कल राज्यसभा में भी वक्फ संशोधन बिल को पास कर दिया गया है। राज्यसभा में 13 घंटे की लंबी बहस के बाद रात 2 बजे इस बिल को पास किया गया। वोटिंग में बिल को 128 वोट मिले, जबकि 95 सांसदों ने इसके विरोध में वोट डाले। सभी सांसदों ने सदन में धुआंधार भाषण दिया। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का एक बार फिर शेरो शायरी वाला अंदाज भी देखने मिला। अठावले ने वक्फ बिल के समर्थन बोलते हुए शायरी के जरिए विपक्ष पर निशाना साधा। उनकी शायरी सुनकर सभी सांसद हंस पड़े।
रामदास अठावले की शायरी पर हंस पड़े सांसद
वक्फ बिल पर राज्यसभा में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने अंदाज में नजर आए। उनकी शायरी सुनकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से खूब ठहाके लगने लगे। केंद्रीय मंत्री ने अपने भाषण की शुरूआत शायरी के जरिए विपक्ष पर तंज कसते हुए की। उन्होंने कहा, “इतनी हो गई है रात, मैं कर रहा वक्फ बिल पर बात, मैं दे रहा मोदी जी का साथ, इसलिए कांग्रेस को दिखा रहा हाथ।”
इसके आगे उन्होंने एक और शायरी सुनाई गई। उन्होंने कहा, हम किसी की नहीं जाएंगे शरण, क्योंकि माइनॉरिटी के मिनिस्टर है रिजिजू किरण, वक्फ बिल का हम करते हैं स्मरण, अपोजिशन का हम करा देंगे हरण, नरेंद्र मोदी हैं मुसलमानों के सच्चे वाली, खड़गे जी बजाओ ताली, मत दो रोज मोदी साहब को गाली, नहीं तो कुर्सी करो खाली, विरोधी दलों की रात हो रही है काली, नड्डा साहब बजाओ ताली। रामदास अठावले की शायरी सुन सदन में मौजूद गृह मंत्री अमित शाह, किरेन रिजिजू समेत तमाम नेता हंसी नहीं रोक पाए। इस दौरान सभी नेता हंसने लगे।
वक्फ बिल पर क्या बोले रामदास अठावले
वहीं, वक्फ बिल पर बोलते हुए रामदास अठावले ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को मुसलमानों, दलितों और पिछड़ों को न्याय दिलाने वाला कानून है। उन्होंने कहा कि इसका कोई भी असंवैधानिक पहलू नहीं है। यह विधेयक पास होने के बाद मुस्लिम समाज बीजेपी के साथ आएगा और इसका राजनीतिक असर भी दिखेगा।
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