Ranya rao gold smuggling case: बेटी की गिरफ्तारी के बाद छीना गया पद, अब फिर DGP की कुर्सी पर लौटे IPS रामचंद्र राव
Ranya rao gold smuggling case: कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के. रामचंद्र राव को एक बार फिर डीजीपी, नागरिक अधिकार प्रवर्तन निदेशालय (Directorate of Civil Rights Enforcement) के पद पर नियुक्त कर दिया है। राव को उनकी सौतेली बेटी और कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव (Ranya Rao) के खिलाफ सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तारी के बाद अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया था। अब सरकार ने उनका अवकाश आदेश रद्द करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से इस पद पर बहाल कर दिया है।
सरकारी आदेश में क्या कहा गया
जानकारी के अनुसार, सरकार द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है “डॉ. राव, आईपीएस (केएन 1993) के संबंध में जारी अनिवार्य छुट्टी का आदेश निरस्त किया जाता है और उन्हें तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिदेशक, नागरिक अधिकार प्रवर्तन निदेशालय के पद पर नियुक्त किया जाता है।” यह पद आईपीएस (वेतन) नियम 2016 के नियम 12 के तहत बेंगलुरु स्थित डीजीपी, आपराधिक जांच विभाग, विशेष इकाई और आर्थिक अपराध शाखा के कैडर पद के समान स्थिति और जिम्मेदारियों वाला है।
बहाली से पहले राव कर्नाटक राज्य पुलिस आवास और अवसंरचना विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे। इससे पहले वे ADGP (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) और IGP (दक्षिणी रेंज) जैसे अहम पदों पर भी रह चुके हैं।
कौन हैं के. रामचंद्र राव
7 मई 1966 को आंध्र प्रदेश में जन्मे राव ने एमएससी और पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद 1993 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। वे 1994 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। पुलिस सेवा में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभाई है। राव का कहना है कि उन्होंने हमेशा ईमानदारी और निष्ठा के साथ देश की सेवा की है।
Ranya rao gold smuggling case
राव की सौतेली बेटी रान्या राव (Ranya Rao), जिनका असली नाम हर्षवर्धिनी रान्या है, कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं। 28 मई 1993 को जन्मी रान्या को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने 3 मार्च 2025 को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया था। वह दुबई से लौटी थीं और अधिकारियों ने उनके पास से 12.56 करोड़ मूल्य के सोने के बिस्कुट बरामद किए थे।
अधिकारियों का आरोप है कि रान्या ने पुलिस एस्कॉर्ट का दुरुपयोग करते हुए तस्करी को अंजाम दिया। फिलहाल यह मामला जांच के अधीन है। रान्या पर लगे आरोपों ने न केवल कर्नाटक पुलिस बल्कि पूरे राज्य में हलचल मचा दी थी।
पिता का बयान
गिरफ्तारी के बाद के. रामचंद्र राव ने मीडिया से कहा था कि उनका अपनी बेटी के अपराध से कोई लेना-देना नहीं है और वह इस घटना से गहराई से आहत हैं। उन्होंने कहा था “मैंने पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन किया है और देश की सेवा की है। लेकिन मेरी बेटी ऐसा कुछ करेगी, इसका मैंने कभी सोचा भी नहीं था।”
परिवार से दूरी
रान्या, राव की दूसरी पत्नी राहिनी एचपी की दो बेटियों में से एक हैं। राव के मुताबिक, रान्या शादी के बाद से परिवार से अलग रह रही थीं। उन्होंने 2024 में जतिन हुक्केरी से शादी की थी और उसके बाद उनका मायके आना-जाना लगभग बंद हो गया था।
अब नई जिम्मेदारी
सरकार के इस फैसले के बाद राव एक बार फिर उच्च जिम्मेदारी संभालेंगे। नागरिक अधिकार प्रवर्तन निदेशालय का काम समाज में नागरिक अधिकारों की रक्षा और संबंधित कानूनों के पालन को सुनिश्चित करना है। इस पद पर रहते हुए राव को संवेदनशील और कानूनी मामलों की निगरानी करनी होगी।
इस बहाली को कई राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह फैसला उस समय आया है जब उनकी सौतेली बेटी का मामला सुर्खियों में है और जांच अभी जारी है। राव के अनुभव और लंबे प्रशासनिक करियर को देखते हुए उम्मीद है कि वह इस भूमिका में फिर से अपनी कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता साबित करेंगे।
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