लोकसभा में रवि किशन ने फर्जी मुकदमों पर उठाया सवाल, SC/ST एक्ट को लेकर ये क्या बोल गए सांसद?
Ravi Kishan on False Accusations: गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में शून्यकाल के दौरान फर्जी मुकदमों और कानूनों के दुरुपयोग का विषय जोरदार तरीके से उठाया। विशेष रूप से उन्होंने SC/ST एक्ट के गलत इस्तेमाल पर गंभीर चिंता व्यक्त की। जिसकी पुष्टि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई उदाहरण कर रहे हैं।
Ravi Kishan on False Accusations: कानूनों के गलत उपयोग की बढ़ती प्रवृत्ति
सांसद ने बताया कि आज़ादी के बाद समाज की भलाई के लिए बनाए गए कई कानून समय के साथ गलत हाथों में जा रहे हैं। कुछ लोग इनका इस्तेमाल प्रतिशोध, दबाव बनाने या झूठे आरोप लगाने के साधन के रूप में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय भी पहले कई बार इस मुद्दे पर दिशा-निर्देश दे चुका है, लेकिन फिर भी फर्जी मुकदमों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे न्याय व्यवस्था पर गहरा असर पड़ रहा है।
Winter Parliament Session: अदालतों पर बढ़ता बोझ
रवि किशन ने कहा कि झूठे मुकदमे सिर्फ आरोपित व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरी न्याय प्रणाली को प्रभावित करते हैं। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या के कारण अदालतों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ता जा रहा है।
फर्जी केसों के चलते असली पीड़ितों के मामलों की सुनवाई में देरी होती है, जिससे न्याय मिलने में बाधा आती है। उन्होंने कहा कि अगर यह स्थिति नहीं रुकी तो अदालतों की कार्यक्षमता प्रभावित होगी और न्याय पाने की प्रक्रिया कमजोर पड़ सकती है।
Impact of False Accusations: फर्जी मामलों का सामाजिक और मानसिक प्रभाव
सांसद ने कहा कि एक झूठे मुकदमे का असर किसी व्यक्ति के परिवार, प्रतिष्ठा, मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर गहरा पड़ता है। कई परिवार अपनी पूरी जमा-पूंजी मुकदमे में खर्च कर देते हैं और समाज में बदनामी झेलनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि ऐसे मामले किसी व्यक्ति की जिंदगी को कई साल पीछे धकेल देते हैं और कई बार इनके कारण रोजगार व भविष्य भी प्रभावित हो जाता है।
Parliament Winter Session Updates: दुरुपयोग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
लोकसभा में उन्होंने सरकार से मांग की कि जो लोग कानूनों का दुरुपयोग कर फर्जी मुकदमे दर्ज कराते हैं, उन पर सख्त दंड दिया जाए। उनके अनुसार, कठोर कार्रवाई से ही गलत तत्वों पर रोक लगेगी और आम नागरिकों का कानून पर भरोसा बढ़ेगा।
जांच एजेंसियों की जवाबदेही तय करने की जरूरत
सांसद ने कहा कि कई बार फर्जी मामलों के लंबे समय तक चलते रहने की वजह जांच एजेंसियों की लापरवाही होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि जिन मामलों में जांच एजेंसियां आरोपों को साबित नहीं कर पातीं, वहां जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। उनका मानना है कि पारदर्शी और जिम्मेदार जांच व्यवस्था ही न्याय व्यवस्था को मजबूती दे सकती है।
न्यायिक सुधारों से देश को मिलेगी मजबूती
रवि किशन ने कहा कि समय रहते अगर सरकार आवश्यक कदम उठाती है, तो अदालतों का बोझ कम होगा और निर्दोष लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने जोर दिया कि एक मजबूत न्याय व्यवस्था ही विकसित भारत के लक्ष्य को आगे बढ़ा सकती है, क्योंकि किसी भी विकसित राष्ट्र की नींव एक विश्वसनीय न्याय तंत्र होता है।
सरकार से त्वरित कदम उठाने की अपील
अपने बयान के अंत में उन्होंने अध्यक्ष महोदय का धन्यवाद देते हुए कहा कि फर्जी मुकदमों का मुद्दा करोड़ों नागरिकों के जीवन से जुड़ा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि कानूनों के दुरुपयोग को रोकने, फर्जी मामलों पर नियंत्रण करने और जांच एजेंसियों में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए जल्दी और ठोस कदम उठाए जाएं। उनके अनुसार, न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाना सिर्फ कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि देश की सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
Disclaimer : सांसद रवि किशन द्वारा SC/ST एक्ट को लेकर दिए गए बयान की पंजाब केसरी कोई पुष्टि नहीं करता। हमारी ये जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो पर आधारित है। यह भी पढ़ें: शिवराज पाटिल कौन थे? जिन्हें देशभर में आलोचनाओं का करना पड़ा था सामना; बताया था जिहाद का जिक्र कुरान ही नहीं गीता और ईसाईयों में भी…