रज्जोआना की फांसी सजा कम करके उम्रकैद में तबदील करने की पाटीशन हुई रदद
NULL
लुधियाना : पंजाब के पूर्व कांग्रेसी सीएम स. बेअंत सिंह के कत्ल मामले में फांसी की सजा सजायाफता स. बलवंत सिंह रज्जोआना की फांसी की सजा को कम करके उम्रकैद में तबदील करने बारे डाली गई एक पाटीशन आज पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने रदद कर दी। यह पाटीशन रज्जोआना की मुंहबोली बहन बीबी कमलदीप कौर द्वारा डाली गई थी।
जानकारी के मुताबिक यह पाटीशन हाईकोर्ट ने इस आधार पर रदद की है कि बीबी कमलदीप कौर का इस पाटीशन संबंधी ‘लोकस-स्टेंडाई’ नही बनता और उनके द्वारा यह पाटीशन नहीं डाली जा सकती। यह भी कहा गया कि इस संबंधित कोई भी पाटीशन स्वयं स. रज्जोआना द्वारा डाली जानी चाहिए थी। जिक्रयोग है कि स. रज्जोआना इस वक्त पटियाला केंद्रीय जेल में सलाखों के पीछे बंद है और वह कई बार स्वयं ही यह मांग कर चुके है कि उनको कानून द्वारा सुनाई गई फांसी की सजा के हुकमों को अमल में लेते हुए फांसी चढ़ा दी जाएं।
उनकी बहन ने यह पाटीशन इस आधार पर डाली थी कि स. रज्जोआना पिछले 22 साल से पटियाला की जेल में बंद है और उनकी फांसी सजा सुनाए जाने पश्चात भी लगभग एक दशक बीत चुका है। कमलदीप कौन ने अपनी पाटीशन में यह भी कहा कि फांसी की सजा सुनाए जाने पश्चात बीते 10 सालों में रज्जोआना और उनके परिवार ने मानसिक परेशानियां झेली है, इसलिए उसकी सजा को फांसी की जगह उम्रकैद में तबदील किया जाएं।
इस मामले में पाटीशन कर्ता की वकील गुरशरण कौर मान ने यह तर्क भी दिया था कि भाई रज्जोआना ने अपने विरूद्ध चल रहे केस ट्रायल के दौरान कोई कानूनी सहायता लेने से मना कर दिया था और सुनाई गई फांसी की सजा विरूद्ध कोई भी अपील दायर करने से इंकार कर दिया था। अदालत द्वारा सुनाई गई फांसी की सजा हाईकोर्ट द्वारा 12 अक्तूबर 2010 को कनफर्म कर दिए जाने पश्चात भी स. रज्जोआना ने इसके खिलाफ स्पैशल लीव पाटीशन दायर नहीं की थी।
– सुनीलराय कामरेड