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RBI रिपोर्ट 2024: सोने में बड़ा निवेश, नोट छापना महंगा और फ्रॉड में उछाल

सोने में निवेश बढ़ा, नकली नोटों की लागत में इजाफा

06:43 AM May 29, 2025 IST | Aishwarya Raj

सोने में निवेश बढ़ा, नकली नोटों की लागत में इजाफा

RBI की वार्षिक रिपोर्ट 2024 में सोने के भंडार में ऐतिहासिक बढ़ोतरी और नोट छापने की लागत में भारी उछाल को उजागर किया गया है। रिपोर्ट में महंगाई, GDP ग्रोथ और बैंक फ्रॉड की महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गई हैं। 2025-26 में रियल GDP ग्रोथ 6.5% रहने की उम्मीद है, जबकि 2023-24 में यह 7.6% थी।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े कई अहम आंकड़े साझा किए हैं। जहां एक ओर सोने के भंडार में ऐतिहासिक बढ़ोतरी दर्ज हुई, वहीं दूसरी ओर नोट छापने की लागत में भी भारी उछाल आया है। रिपोर्ट में महंगाई, GDP ग्रोथ, बैंक फ्रॉड और घरेलू बचत से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं। RBI के मुताबिक, 2025-26 में रियल GDP ग्रोथ 6.5% रहने की उम्मीद है। 2023-24 में यह 7.6% थी, जो बीते तीन वर्षों में 7% से ऊपर रही है। भारत अपनी तेज़ रफ्तार ग्रोथ से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

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सोने में सबसे बड़ा निवेश: 72.6 टन की खरीद

RBI ने 2024 में 72.6 टन सोना खरीदा, और 2025 के शुरुआती महीनों में और 2.8 टन जोड़ा। भारत के पास अब 879.58 टन सोना है, जिससे वह दुनिया का 7वां सबसे बड़ा गोल्ड होल्डर बन गया है। अमेरिका, जर्मनी, इटली, फ्रांस, चीन और स्विट्जरलैंड इस सूची में आगे हैं।घरेलू वित्तीय बचत 2023-24 में GNDI के 11.2% तक पहुंच गई, जो पिछले साल 10.7% थी। हालांकि परिवारों की देनदारियां भी 5.8% से बढ़कर 6.1% हो गई हैं। यानी लोग ज्यादा बचत कर रहे हैं, लेकिन उधारी भी बढ़ रही है।

नोट छापना महंगा सौदा: खर्च 25% बढ़कर ₹6,373 करोड़

2023-24 में जहां नोट छापने पर ₹5,101 करोड़ खर्च हुए थे, वहीं 2024-25 में ये खर्च 25% बढ़कर ₹6,372.8 करोड़ पहुंच गया। बढ़ती लागत के पीछे कागज, स्याही और सिक्योरिटी फीचर्स की कीमतों में इजाफा जिम्मेदार माना जा रहा है। RBI के मुताबिक, 2025-26 में रियल GDP ग्रोथ 6.5% रहने की उम्मीद है। 2023-24 में यह 7.6% थी, जो बीते तीन वर्षों में 7% से ऊपर रही है। भारत अपनी तेज़ रफ्तार ग्रोथ से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

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महंगाई रहेगी कंट्रोल में: रिटेल इंफ्लेशन 4% पर रहने का अनुमान

रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई दर 4% के आस-पास बनी रह सकती है, जो RBI के तय लक्ष्य के दायरे में है। हालांकि, ग्लोबल कमोडिटी कीमतें और मौसम के कारण खाद्य महंगाई में अस्थिरता रह सकती है। बैंक फ्रॉड की संख्या 2023-24 में 36,060 से घटकर 2024-25 में 23,953 हो गई, लेकिन फ्रॉड की रकम ₹12,230 करोड़ से बढ़कर ₹36,014 करोड़ हो गई। यानी धोखाधड़ी के मामलों में भले गिरावट आई हो, पर स्केल कहीं ज्यादा बड़ा हो गया।

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