Lord's Heartbreak पर सामने काया Sachin और Ganguly का Reaction
Lord's में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच भारतीय टीम के लिए बेहद भावुक और निराशाजनक रहा। 193 रनों का लक्ष्य देखकर लग रहा था कि टीम इंडिया इसे आसानी से हासिल कर लेगी, लेकिन अंत में जीत हाथ से निकल गई। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने जी-जान से लड़ाई लड़ी, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। रवींद्र जडेजा ने जबरदस्त संघर्ष दिखाया, लेकिन मोहम्मद सिराज के आउट होते ही भारत की उम्मीदें भी टूट गईं।
इस हार के बाद देश के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली भी काफी निराश दिखे। गांगुली ने कहा कि भारत को यह मैच जीतना चाहिए था। उन्होंने ट्वीट किया कि टीम ने तीनों टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन 2-1 से पीछे रहना बेहद दुखद है। उन्होंने रवींद्र जडेजा की खास तौर पर तारीफ की और लिखा कि उन्होंने दिखा दिया कि 193 का लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था।
"क्या टेस्ट मैच था... भारत लॉर्ड्स से बेहद निराश होकर लौटेगा... उन्होंने तीनों टेस्ट मैच बहुत अच्छा खेला। लेकिन 2-1 से पिछड़ने के बाद... यह एक ऐसा टेस्ट मैच था जिसे जीतना था... जडेजा ने कड़ी टक्कर दी और दिखाया कि 193 का स्कोर कोई बड़ा स्कोर नहीं था... @bcci @Teamindiacrick," उन्होंने लिखा।
सचिन तेंदुलकर ने भी टीम इंडिया के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने लिखा कि जडेजा, बुमराह और सिराज ने अंत तक हार नहीं मानी। इंग्लैंड टीम को जीत की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दबाव बनाए रखा और मैच जीत लिया। सचिन ने कहा कि भारत जीत के बहुत करीब था, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।
"इतना करीब, फिर भी इतना दूर... जडेजा, बुमराह और सिराज ने अंत तक संघर्ष किया। शाबाश, टीम इंडिया। इंग्लैंड ने दबाव बनाए रखने के लिए अच्छा खेला और मनचाहा परिणाम हासिल किया। कड़ी मेहनत से मिली जीत के लिए बधाई," उन्होंने लिखा।
मैच के बारे में बात करते हुए, भारत ने पहली पारी में इंग्लैंड को सिर्फ़ 192 रनों पर आउट कर दिया। ऐसा लग रहा था कि भारत मैच जीत जाएगा, लेकिन चौथी पारी में बल्लेबाजी आसान नहीं थी। रवींद्र जडेजा ने पहले बुमराह के साथ 22 ओवर और फिर सिराज के साथ 13 ओवर की साझेदारी निभाई। जडेजा अंत तक टिके रहे, लेकिन उन्हें बाकी खिलाड़ियों से ज़्यादा सहयोग नहीं मिला। अंत में सिराज के आउट होते ही भारत की हार तय हो गई।
इस हार ने हर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक का दिल तोड़ दिया होगा। टीम इंडिया पूरे मन से खेली, आखिरी गेंद तक हार नहीं मानी। जडेजा का संघर्ष, गेंदबाजों का दम और टीम का जोश, सब कुछ देखने लायक था। लेकिन क्रिकेट में सिर्फ़ कड़ी मेहनत ही नहीं, बल्कि थोड़ी किस्मत की भी ज़रूरत होती है।
अब भारत सीरीज़ में 2-1 से पीछे है, लेकिन अभी एक टेस्ट और बाकी है और उम्मीद है कि टीम इंडिया ज़ोरदार वापसी करेगी। प्रशंसकों को भरोसा है कि अगली बार टीम ऐसी गलती नहीं दोहराएगी और जीत के साथ वापसी करेगी।