रेखा गुप्ता दिल्ली की भाग्य रेखा...
दिल्ली की मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं रेखा गुप्ता…
दिल्ली की मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं रेखा गुप्ता। जिन्हें मैं लगभग 20 साल से जानती हूं जो भाजपा की एक कर्मठ, समर्पित कार्यकर्ता हैं। जिसे मैं राजनेता नहीं जन नेता कहूंगी। क्योंकि इतने सालों में उसके सेवा समर्पण भाव को देखा, उनके साहस और संघर्ष, सहनशीलता को देखा। यही नहीं उसे शेरनी की तरह दहाड़ते भी देखा, उसे अपने कर्त्तव्य के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेवारी निभाते भी देखा।
बहुत साल पहले साध्वी ऋतम्भरा जी के यहां सुषमा जी एक प्रोग्राम में मुख्य अतिथि थी और दूसरे प्रोग्राम में मैं थी तो जब मेरा वहां उनसे मिलना हुआ तो रेखा उनके साथ थी और उन्हें मुझे रेखा से यह कहते मिलाया कि यह हमारी भाजपा की बहुत अच्छी कर्मठ कार्यकर्ता हैं। उसके बाद रेखा ने कभी अपनी किरण दीदी को नहीं छोड़ा। हर समय किसी न किसा प्रोग्राम में मुझे बुलाती रही और मैं भी उनके प्यार और आदर भाव को देखकर हमेशा उनके प्रोग्रामों में शामिल होती रही। यही नहीं 2011 में हमने ‘केसरी वूमैन अवार्ड’ आयोजित किया, जिसमें सुषमा जी मुख्य अतिथि थीं तो रेखा गुप्ता को स्पेशल केसरी अवार्ड दिया गया, उसके बाद रेखा गुप्ता ने हमारे हर वरिष्ठ नागरिक केसरी के प्रोग्रामों में भाग लिया और हमारे चौपाल के कई शानदार कार्यक्रम किए। एक चौपाल का कार्यक्रम शालीमार बाग गांव में किया, जिसमें अरुण जेतली जी मुख्य अतिथि थे। रेखा का काम और जो महिलाएं इनके साथ जुड़ी हुई थीं उन्हें देखकर मैं भी दंग रह गई। मुझे हमेशा यही लगता था कि इस महिला में कुछ खास है। मैं हमेशा उसे एक ही लाइन बोलती तुम्हारा काम देख मुझे हमेशा यही लगता है तुम्हें बहुत आगे आना है। यही नहीं पिछले कुछ सालों से यह मल्लिका नड्डा, मृदना प्रधान और मुझे करवाचौथ पर बुलाती थी। हम सभी खुशी-खुशी जाते थे।
अश्विनी जी के जाने के बाद भी इसका मुझे फोन आया कि दीदी आपको करवाचौथ पर आना है तो मैंने उसे कहा कि रेखा तुम्हें मालूम है कि मैं तुम्हें कभी न नहीं करती परन्तु अब तुम समझ सकती हो तो उसने कहा, दीदी अश्विनी जी हमेशा आपके साथ हैं और आप समाज के िलए, मेरे लिए जरूर आओगी, तो मैंने कहा शायद अच्छा नहीं लगेगा तो उसने कहा कि हमारी सोच अपनी दीदी के उच्च विचारों से है और हमें बहुत अच्छा लगेगा आप आओगी। मैं जा तो न सकी क्योंकि भावनात्मक तरीके से मुश्किल था। परन्तु मैं इनकी उच्च सोच की कायल हो गई।
यही नहीं जब अश्विनी जी के जन्मदिन पर कमानी एडिटोरियम में उनकी किताब ‘इट्स माई लाइफ’ नड्डा जी ने लांच की तो रेखा गुप्ता और हमारे एक और कर्मठ भाई संजीव शर्मा, प्रवीण बंसल, अंकुश विज इन सबकी मैंने ड्यूटी लगाई कि आने वाले सभी अतिथियों का आपने ध्यान रखना है। जिस तरह रेखा गुप्ता और संजीव शर्मा ने सम्भाला और बाकी चौपाल के साथियों ने संभाला उस दिन मैं समझ गई कि रेखा गुप्ता को प्रशासनिक स्तर पर अच्छा काम करने का अनुभव है। ऐसा ही जब हमारे पूज्य पिता श्री रोमेश चन्द्र जी के जन्मदिवस पर गुरु गोविन्द सिंह कॉलेज में अमित शाह जी आए तब भी रेखा गुप्ता और संजीव शर्मा ने सारी जिम्मेदारी ली। कहने का भाव है कि एक महिला होने के नाते हमेशा मुझे रेखा में एक आयर्न लेडी नजर आई जो सरल और मिलनसार, बड़ों को आदर देने वाली, छोटों को प्यार देने वाली और काम में पूरी समझ रखने वाली नेत्री है, जिसे मैं भी अब रेखा न कहकर रेखा जी कहना पसंद करूंगी, क्योंकि कुर्सी और पद की मर्यादा होती है।
इसके साथ-साथ मैं मोदी जी की दूरदर्ष्टिता और विजन, विचार को साधूवाद दूंगी। जिन्होंने न केवल आम महिला को एक गरिमामयी पद पर बिठाया बल्कि एक संदेश भी दिया कि कोई भी कार्यकर्ता जो सच्ची लगन, मेहनत व निष्ठा से काम करेगा, देश और पार्टी के प्रति समर्पित होगा वह उनकी नजरों से दूर नहीं है। उसको कभी न कभी अपना हक मिलेगा। जिन्दगी में मेहनत और संघर्ष करते जाओ Slow and Study Wins the Race. रेखा चुनाव भी हारी, फिर भी हिम्मत नहीं हारी। न काम करना छोड़ा, सेवा-भाव भी बरकरार रखा और लोगों से, जनता से सम्पर्क बनाकर कई कार्य, त्यौहार मानती रही। आज दौलत राम कॉलेज, चौपाल, सभी देश की महिलाओं और वैश्य समाज के लिए प्रेरणादायक बनकर उभरी हैं।
यही नहीं इसमें मैं प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा को भी मुबारकबाद देती हूं। वे चुनाव से पूर्व जब हमारे कार्यालय में आए तो उन्होंने बड़े विश्वास और जोश से कहा था कि इस बार हम इतनी मेहनत कर रहे हैं कि दिल्ली में भाजपा ही आएगी और जो सभी ने मिलकर रणनीति बनाई है, जो कैबिनेट मंत्री बने हैं उससे पार्टी की िवचारधारा सामने आती है। सबका साथ, सबका विकास यानि हर वर्ग से कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। सभी जातियों के कर्मठ लोग हैं। जो नहीं बने उनमें भी जोश की कमी नहीं है। हमारे चौपाल के साथी सभी रेखा जी को मिलकर आए, बहुत खुश हैं कि हमारे बीच से सामान्य कार्यकर्ता सीएम बनी हैं। यही नहीं चौपाल द्वारा सभी के स्वागत के लिए एक मार्च को प्रोग्राम रखा है। तब सबके बारे में लिखूंगी। हम सभी को मिलकर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है ताकि हमारा समाज, हमारा शहर और हमारा देश एक नए उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की ओर बढ़े। हम रेखा जी से यही उम्मीद रखते हैं कि वह पारदर्शी और उत्तरदायी शासन करेंगी और आमजन की समस्याओं का समाधान तुरन्त करेंगी। महिलाओं और युवाओं के लिए शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा के क्षेत्र में अधिक काम और सुधार करेंगी ताकि महिलाएं और युवा आत्मनिर्भर बन सकें। समाज में समरसत्ता और सद्भाव को और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगी, सशक्त प्रशासन और भ्रष्टाचार मुक्त राजधानी बनाएंगी। पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को लेकर जागरूकता का विशेष ध्यान देंगी। हमें पूरा विश्वास है कि रेखा गुप्ता जी दिल्ली की भाग्य रेखा बदल देंगी और वो दिल्ली वालों का दिल इस तरह जीत लेंगी कि वो कम से कम 15 साल दिल्ली का सुव्यवस्थित शासन चलायेंगी।