'पिता राक्षस, मां करप्शन...', Bihar में निवास प्रमाण पत्र के लिए आया अजीब नामों वाला आवेदन
Bihar के मुजफ्फरपुर जिले से अजीबोगरीब नामों से फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाने के मामले सामने आ रहे हैं। RTPS पोर्टल के जरिए आवेदकों ने ऐसे नाम और जानकारी दी है, जो न केवल हास्यास्पद हैं, बल्कि सरकारी सिस्टम का मजाक उड़ाने की कोशिश भी लगती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड से 24 जुलाई को एक ऑनलाइन आवेदन किया गया, जिसमें पिता का नाम "राक्षस" और मां का नाम "करप्शन" लिखा गया था। साथ ही, फोटो की जगह किसी कार्टून कैरेक्टर की तस्वीर अपलोड की गई थी। पता खेतलपुर गांव, पोस्ट शाही मीनापुर, प्रखंड औराई, जिला मुजफ्फरपुर दिया गया।
अज्ञात व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज
इस मामले की जानकारी मिलते ही औराई के अंचल अधिकारी गौतम कुमार ने संज्ञान लेते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि यह हरकत न सिर्फ सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश है, बल्कि सरकारी सेवा प्रणाली RTPS को बदनाम करने का षड्यंत्र भी हो सकता है। राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार ने बताया कि किसी ने जानबूझकर RTPS सर्विस प्लस की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह का आवेदन किया है।
मुख्यमंत्री के नाम से भी हुआ था आवेदन
ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। 29 जुलाई को सरैया प्रखंड से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम से भी एक फर्जी निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया था। उस मामले में भी राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह द्वारा केस दर्ज कराया गया था।
पहले भी आ चुके हैं अजीब नामों वाले आवेदन
इससे पहले भी RTPS पर कई अजीबो-गरीब नामों से आवेदन किए गए हैं। इनमें से कुछ नाम इस प्रकार हैं:
- डॉग बाबू
- डॉगेश बाबू
- Kkkkkkk
- bbbbbb
- सोनालिका कुमारी
- सैमसंग
- ब्लूटूथ
इन नामों से आवेदन कर फर्जी निवास प्रमाण पत्र की कोशिश की गई थी। सभी मामलों में प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की थी।
पुलिस कर रही है जांच
औराई थानाध्यक्ष राजा सिंह ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन हरकतों के पीछे कौन लोग हैं और उनका मकसद क्या है।
Bihar Cabinet Decision: बिहार के शारीरिक शिक्षकों की सैलरी डबल, 36 प्रस्तावों पर लगी मुहर
Bihar Cabinet Decision: बिहार सरकार ने प्रदेश के मध्य विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों (अंशकालिक) के मानदेय में वृद्धि कर दी है। बिहार मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 36 प्रस्तावों की स्वीकृति प्रदान की गई।
वेतन में वृद्धि
Bihar Cabinet Decision: कैबिनेट बैठक में मध्य विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों (अंशकालिक) के मानदेय को 8000 रुपये प्रतिमाह मानदेय एवं 200 रुपये प्रतिवर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि में बढ़ोत्तरी करते हुए एक अगस्त से कुल मानदेय 16000 रुपये एवं वार्षिक वेतन वृद्धि 400 रुपये की दर से भुगतान की स्वीकृति प्रदान की गई है।
कितनी बढ़ी सैलरी?
Bihar Cabinet Decision: मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य के माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरी को पूर्व से दी जा रही 5000 रुपये प्रतिमाह मानदेय में बढ़ोत्तरी करते हुए 10000 रुपये कर दिया गया। इसके अलावा, मंत्रिमंडल की बैठक में ‘बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्त नियमावली 2025’ को भी मंजूरी दे दी है।
भर्ती से लेकर स्थानांतरण तक मिलेगा लाभ
Bihar Cabinet Decision: इस नई नियमावली के तहत शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया, स्थानांतरण नीति, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्तों को स्पष्ट और पारदर्शी बनाया जाएगा। मंत्रिमंडल की बैठक में औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा अंचल में उद्योग के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर 284 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्वीकृति प्रदान की गई है।