4 राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आज, लुधियाना वेस्ट पर AAP की प्रतिष्ठा दांव पर
लुधियाना वेस्ट उपचुनाव: AAP की प्रतिष्ठा की परीक्षा
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे ‘विनम्रता’ और ‘अहंकार’ के बीच की लड़ाई बताया। AAP ने संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने जीवन गुप्ता को मैदान में उतारा है। वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है।
पंजाब समेत देश के 4 राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर पिछले हफ्ते (19 जून) हुए उपचुनाव का नतीजा आज सोमवार को घोषित होने वाला है। 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। उपचुनाव में जिन सीटों पर सबकी नजर है, उनमें पंजाब की हाई प्रोफाइल लुधियाना वेस्ट सीट और गुजरात की 2 विधानसभा सीटें शामिल हैं। लुधियाना वेस्ट सीट के अलावा केरल के नीलांबुर, पश्चिम बंगाल के कालीगंज और गुजरात की 2 सीटों कडी (आरक्षित सीट) और विश्वधर सीट पर भी उपचुनाव का नतीजा आने वाला है। लुधियाना में आप और कांग्रेस के बीच मुकाबला उपचुनाव में लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला माना जा रहा है।
आप के लिए अहम लुधियाना वेस्ट
लुधियाना वेस्ट की सीट सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए अहम है। खुद पंजाब के मुख्यमंत्री और आप नेता भगवंत मान ने उपचुनाव के दौरान मुकाबले को ‘विनम्रता’ और ‘अहंकार’ के बीच की लड़ाई बताया था। लुधियाना पश्चिम सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीवन गुप्ता को मैदान में उतारा था, जबकि आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया था। आप विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।
इन सीटों पर हुए अपचुनाव
चुनाव आयोग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार गुजरात में 24-कदी (एससी) और 87-विसावदर, केरल में 35-नीलांबुर, पंजाब में 64-लुधियाना पश्चिम और पश्चिम बंगाल में 80-कालीगंज विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हुए। इन उपचुनावों के दौरान पांच विधानसभा क्षेत्रों में 1354 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। केरल की नीलांबुर सीट, पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट, पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट और गुजरात की विसावदर और कादी सीटों पर 19 जून को सुबह 7 बजे मतदान हुआ था।
गुजरात में इन उम्मीदवारों के बीच टक्कर
गुजरात की विसावदर सीट पर भाजपा ने किरीट पटेल को, कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को और आप ने अपने पूर्व गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है। वहीं मेहसाणा जिले में अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित सीट 4 फरवरी को भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हो गई थी। भाजपा ने यहां से राजेंद्र चावड़ा को मैदान में उतारा, जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक रमेश चावड़ा को टिकट दिया। रमेश चावड़ा ने 2012 में यह सीट जीती थी, लेकिन 2017 के चुनाव में वह भाजपा के करसन सोलंकी से हार गए।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी के लिए अहम सीट
पश्चिम बंगाल में टीएमसी की प्रतिष्ठा भी दांव पर पश्चिम बंगाल के नादिया जिले की कालीगंज सीट पर भी उपचुनाव का नतीजा आना है। यहां करीब 70 फीसदी मतदान हुआ। फरवरी में तृणमूल कांग्रेस के विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के कारण यहां उपचुनाव कराना पड़ा। टीएमसी ने नसीरुद्दीन की बेटी अलीफा को मैदान में उतारा, जबकि भाजपा ने आशीष घोष को अपना उम्मीदवार बनाया, जबकि कांग्रेस की ओर से काबिलुद्दीन शेख भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीएम) के समर्थन से मैदान में हैं।
केरल में इन पार्टियों के बीच टक्कर
इसी तरह केरल की नीलांबुर सीट से भी चुनाव परिणाम आने वाला है। यहां अनवर ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाली एलडीएफ से नाता तोड़ लिया था और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उपचुनाव हुआ। यहां 10 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है, जिनमें सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के उम्मीदवार एम स्वराज, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के आर्यदान शौकत, तृणमूल कांग्रेस की राज्य इकाई के संयोजक और निर्दलीय उम्मीदवार पीवी अनवर और भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मोहन जॉर्ज शामिल हैं।
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