अटारी-वाघा सरहद पर बिना दर्शकों के जोश और जुनून के साथ हुई रिट्रीट सेरेमनी
भारत-पाकिस्तान जीरो लाइन पर बने पंजाब के पावन शहर अमृतसर के पास अटारी-वाघा सरहद पर 74वी जश्र-ए-आजादी दिवस सीमा सुरक्षा बलों के जवानों ने जोश और जनून के साथ मनाया
11:19 PM Aug 15, 2020 IST | Shera Rajput
लुधियाना-अमृतसर : भारत-पाकिस्तान जीरो लाइन पर बने पंजाब के पावन शहर अमृतसर के पास अटारी-वाघा सरहद पर 74वी जश्र-ए-आजादी दिवस सीमा सुरक्षा बलों के जवानों ने जोश और जनून के साथ मनाया। इस दौरान जहां कभी हजारों भारतीय दोनों मुलकों की सांझी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को देखने के लिए इकटठे होते रहे है, वही आज कोविड-19 महामारी के चलते बिना दर्शकों के आजादी दिवस बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों ने भारी उत्साह के साथ समारोह में हिस्सा लिया। आज सिर्फ 30 लोगों को ही वहां जाने की इजाजत मिली थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भारतीय ध्वज लहराते वक्त बीएसएफ के जवानों ने हमेशा की तरह भारत माता की जय की घोषणा की। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक एसएस देसवाल ने देश के 74 में स्वतंत्रता दिवस पर जेसीपी पर राष्ट्रीय ध्वज लहराया। बीएसएफ के जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी थी। उन्होंने बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए हर वक्त तैयार रहने को कहा। इस अवसर पर बीएसएफ के एडीजी सुरेंद्र परमार, पंजाब फ्रंटियर के आइजी महिपाल यादव और डीआइजी सेक्टर हेड क्वार्टर भूपेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे। इसी दौरान पंजाब के फिरोजपुर, फाजिलका, अमृतसर जीरो लाइन पर आजादी दिवस के अवसर पर होने वाली दोनों मुलकों की मिठाइयों का अदान-प्रदान कोरोना वायरस के चलते नहीं हो सका। बीएसएफ के अधिकारी के चौधरी के मुताबिक आजादी दिवस को मुख्य रखते सरहद पर हाई अलर्ट जारी है और सरहद पर पूरी चौकसी की गई है। उन्होंने बताया कि इस बार कोविड-19 को लेकर और दोनों मुलकों में तनाव के चलते ना तो रेंजरों को दी गई और ना ही रेंजरों ने बीएसएफ वालों का मुंह-मीठा करवाया।
– सुनीलराय कामरेड
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