
दिल्ली पुलिस को बहुसंख्यक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और दो पत्रिकाओं के खिलाफ शिकायत मिली है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है।
एक दूसरे के प्रति आकर्षण होने का दिया हवाला
बता दें कि संदीप देव, जो एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं और इंडिया स्पीक्स डेली के एडिटर-इन-चीफ हैं, ने अपनी शिकायत में कहा है कि भागवत के हाल ही में दो पत्रिकाओं को दिए इंटरव्यू में महाभारत की हस्तियों का हवाला देकर समलैंगिकता का समर्थन किया गया।देव ने अपने बयान में कहा, आरएसएस प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में महाभारत काल के शास्त्रों, ऐतिहासिक व्यक्तित्व हम्सा और दिंबक के समलैंगिक संबंध होने, एक दूसरे के प्रति आकर्षण होने का हवाला दिया, जो तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।
मामले में FIR दर्ज करने की मांग
देव ने आगे कहा कि गीता प्रेस से छपे पृष्ठ संख्या 1303 से 1366 तक हरिवंश पुराण में इसी ऐतिहासिक घटना का सही उल्लेख है।उन्होंने आईपीसी की धारा 295 ए (जानबूझकर किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा) के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की।शिकायत में कहा गया है, भागवत की टिप्पणी से हिंदू समुदाय के एक बड़े वर्ग की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्हें महाभारत हरवंशपुराण जैसे ग्रंथ की गलत व्याख्या के लिए लिखित माफी मांगी जानी चाहिए।