Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

दीक्षांत समारोह में हंगामा, राज्यपाल के सामने पर्चे फेंकने पर छात्र गिरफ्तार

दीक्षांत समारोह में हंगामा, राज्यपाल के सामने पर्चे फेंके

07:32 AM Apr 25, 2025 IST | Shivangi Shandilya

दीक्षांत समारोह में हंगामा, राज्यपाल के सामने पर्चे फेंके

भागलपुर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में एक छात्र ने राज्यपाल के सामने पर्चे फेंक कर विरोध जताया। पुलिस ने छात्र आलोक राज को हिरासत में लिया और समारोह खत्म होने तक बाहर रखा। बताया गया कि कुलपति प्रो. जवाहर ने खुद दिसंबर 2024 में विभाग का निरीक्षण किया था। उस समय छात्रों ने आरओ सिस्टम खराब होने और भवन की जर्जर स्थिति की जानकारी दी थी।

Advertisement

बिहार के भागलपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के दीक्षांत समारोह में आज उस समय मामला गर्म हो गया, जब एक छात्र ने राज्यपाल के सामने पर्चे फेंक कर विरोध करना शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी छात्र की पहचान आईआरपीएम विभाग के आलोक राज के रूप में हुई है। राज्यपाल के सामने हुए इस प्रदर्शन के बाद पुलिसकर्मियों ने छात्र को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाल दिया और समारोह खत्म होने तक हिरासत में रखा।

समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई

आलोक राज ने अपने विभाग और अनुसूचित जाति छात्रावास में व्याप्त पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई की गंभीर समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई है। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में आलोक राज ने कहा है कि विभाग में न तो शुद्ध पेयजल उपलब्ध है और न ही उपयोग लायक शौचालय हैं। छात्रों ने कहा कि वे कई बार शिकायत कर चुके हैं और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।

बुनियादी सुविधाओं के लिए किया हंगामा

बताया गया कि कुलपति प्रो. जवाहर ने खुद दिसंबर 2024 में विभाग का निरीक्षण किया था। उस समय छात्रों ने आरओ सिस्टम खराब होने और भवन की जर्जर स्थिति की जानकारी दी थी। कुलपति ने तत्काल मरम्मत और नए भवन के निर्माण की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। छात्रों ने मांग की है कि राज्यपाल स्वयं विभाग और छात्रावास का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि वे किसी विलासिता की नहीं बल्कि बुनियादी सुविधाओं और सम्मानजनक जीवन की मांग कर रहे हैं, जो किसी भी शिक्षण संस्थान में सामान्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए।

निकलो यहां से! 27 पाकिस्तानियों को छोड़ना होगा Bihar, नहीं लौटे तो होगी गिरफ्तारी

Advertisement
Next Article