PM मोदी की प्रशंसा पर कांग्रेस में बवाल, सलमान खुर्शीद पर कार्रवाई की मांग
सलमान खुर्शीद की टिप्पणी पर कांग्रेस में असंतोष
कांग्रेस में विवाद तब भड़क उठा जब पार्टी सांसदों ने पीएम मोदी की तारीफ की। पार्टी नेता राशिद अल्वी ने कहा कि जो नेता बीजेपी की तारीफ कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस के कमजोर होने से देश कमजोर होगा और पार्टी के अंदर अनुशासन बनाए रखने की जरूरत है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पूरी दुनिया को ब्रीफ करने और आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरने के लिए विदेश गए भारत के सर्वदलीय डेलिगेशन में कांग्रेस सांसद सरकार की तारीफ कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस पर सोमवार को कहा कि उन नेताओं पर पार्टी को कार्रवाई करनी चाहिए। सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद के भारत सरकार की तारीफ करने पर राशिद अल्वी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “जो लोग डेलिगेशन में गए हैं, वे देश को रिप्रेजेंट कर रहे हैं, वे किसी पार्टी को रिप्रेजेंट नहीं कर रहे हैं। लेकिन, कोई भी कांग्रेस नेता कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी की तारीफ करता है, तो पार्टी के अंदर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा हो रहा है, यह सही है। तमाम लोग कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं। ‘घर को आग लग गई घर के चिराग से’, खुद ही अपनी पार्टी को बर्बाद करने पर तुले हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस से जो लोग भाजपा में गए हैं, मैं उन लोगों से यह भी कहना चाहता हूं कि बीजेपी ने चंद लोगों को छोड़कर किसी की इज्जत नहीं की है। उन सबको गुलाम बना कर रख रखा है। इसलिए ऐसे तमाम हमारे नेता, मैं किसी का नाम नहीं ले रहा, जो भाजपा और पीएम मोदी की तारीफों में लगे हैं, उनको एहसास होना चाहिए कि अगर कांग्रेस कमजोर होगी तो देश कमजोर होगा।”
अनुच्छेद 370 हटने से कश्मीर में अलगाववाद खत्म: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के पीएम मोदी की तारीफ करने पर कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर राशिद अल्वी ने कहा, “खुर्शीद के बयान पर अगर कोई स्टैंड लेना है तो कांग्रेस पार्टी के हाईकमान को लेना चाहिए। उनके बयान से मैं सहमत नहीं हूं। मैं कोई कार्रवाई की मांग नहीं कर रहा, अगर उनका बयान आया है तो कांग्रेस के सारे नेताओं ने सुना होगा। अगर वह कांग्रेस की नीति के खिलाफ है तो वह फैसला भी उन्हीं का होगा।”
उन्होंने कहा, “मैं उनकी बात से इत्तेफाक नहीं रखता हूं, वह डेलिगेशन में गए हैं तो वह पाकिस्तान को एक्सपोज करने और भारत का स्टैंड क्लियर करने के लिए गए थे। वह इसलिए नहीं गए थे कि भाजपा की नीतियों को वहां जाकर समझाएं। कश्मीर के अंदर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आतंकवाद बढ़ा है। पुलवामा हुआ तो सारे देश ने देखा। अब पहलगाम हुआ है, जिसके बाद पाकिस्तान के अंदर भारत सरकार को हमला करना पड़ा है। यह 370 हटाने के बाद हुआ है। 370 हटाने के बाद विकास तो छोड़िए हमारे कितने फौजी मारे गए? कितने सिविलियन मारे गए हैं? वहां पर कितना विकास हुआ? कितने फाइव स्टार बन गए, कितनी फैक्ट्रियां लग गईं? न वहां पर विकास हुआ और न ही हालात ठीक हुए हैं।”