JNU में बवाल, छात्र संघ अध्यक्ष समेत कई घायल, येचुरी बोले - इसके पीछे हिंदुत्व वादी ताकतों का हाथ
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कई छात्र और शिक्षक रविवार को एक हिंसक हमले में गंभीर रुप से घायल हो गये जिनमें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष और जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े कई नेता और छात्र शामिल हैं।
05:12 PM Jan 05, 2020 IST | Shera Rajput
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कई छात्र और शिक्षक रविवार को एक हिंसक हमले में गंभीर रुप से घायल हो गये जिनमें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष और जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े कई नेता और छात्र शामिल हैं।
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जेएनयू की घटना के बाद जामिया का छात्र आईटीओ के लिए निकल पड़ा।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने इस घटना की निंदा की है और इसके पीछे हिंदुत्व वादी ताकतों का हाथ बताया हैं। श्री येचुरी ने आरोप लगाया कि प्रशासन और एबीवीपी की मिली भगत से यह सुनियोजित हमला हुआ।
पुलिस बड़ी संख्या में जेएनयू परिसर और मुख्य द्वार पर खड़े है।
जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षक नेता अविनाश ने पत्रकारों को यह जानकारी देते हुये आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने उनकी बैठक पर आज बुरी तरह हमला किया जिसमें कई छात्र और शिक्षक घायल हो गए।
इनमें छात्र संघ के अध्यक्ष आईशी घोष के अलावा श्री अतुल सूद सुचित्रा सेन गरिमा श्रीवास्तव भी शामिल है। सुश्री सेन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान इलाज के लिए ले जाया गया है। शिक्षक नेता ने कहा, ‘‘हमला तब किया गया जब हम लोग परिसर के भीतर बैठक कर रहे थे।’’
शिक्षक नेता अविनाश ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी उन्हें बचाने नहीं आये। एबीवीपी के छात्र पुलिस के सामने लाठी, चाकू, डंडे,पत्थर आदि लेकर आये थे। शिक्षक संघ ने कल ही एक बयान जारी कर आरोप लगाया था कि प्रशासन न केवल परिसर में जारी हिंसा को रोकने में विफल है बल्कि उसके इशारे पर यह सब हो रहा है। छात्रों का आरोप है कि बाहर के कुछ लोगों ने चेहरा बांधकर छात्रों के साथ मारपीट की है।
इस बीच जामिया कोर्डिनेशन कमेटी ने पुलिस मुख्यालय घेरने के आह्वान किया। घायल छात्रों और शिक्षकों को अस्पताल भेजने के लिए सात एम्बुलेंस भेजी गईं।
जामिया शिक्षक संघ ने आपात बैठक बुलाई है।
पीएचडी के एक छात्र ने बताया कि करीब 200 लोगों के समूह ने जेएनयू परिसर में छत्रों और शिक्षकों पर हमला किया गया। इन लोगों ने हाथों में लाठी-डंडे और लोहे के रॉड थे। छात्र ने कहा कि उनका नाम नहीं छापा जाए वर्ना उनको निशाना बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस की मिली भगत से इस हमले को अंजाम दिया गया है। छात्रों में दहशत का माहौल है।
जामिया शिक्षक संघ के महासचिव प्रो. मजीद जमील ने जेएनयू हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस जिस प्रकार मूक दर्शक बनी रही वह हैरान करने वाली है। नकाबपोश लोगों ने जेएनयू के छात्रों पर जिस प्रकार से हमले किये है उससे साफ पता चलता है कि किसी साजिश के तहत ऐसा किया गया है।
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