'Russia आक्रांता है और Ukraine पीड़ित', ट्रंप से बहस के बाद PM मैक्रों ने थामा जेलेंस्की का हाथ
फ्रांस समेत कई यूरोपीय देशों ने जेलेंस्की के प्रति अपना समर्थन जताया है।
रूस -यूक्रेन युद्ध पर बात करने अमेरिका गए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की डोनाल्ड ट्रंप को नाराज कर आए। शुक्रवार को पूरी दुनिया की मीडिया के सामने मीटिंग में ट्रंप और जेलेंस्की ने तू-तू मैं-मैं कर ली। व्हाइट हाउस में तीखी बहस के बाद फ्रांस, जर्मनी समेत कई यूरोपीय देशों ने जेलेंस्की के प्रति अपना समर्थन जताया है। वहीं इटली की पीएम मेलोनी ने भी जेलेंस्की का साथ दिया है।
जेलेंस्की के साथ आए यूरोपीय देश
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, रूस आक्रांता है और यूक्रेन एक पीड़ित राष्ट्र। यूक्रेन अपनी गरिमा, स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहा है। वहीं जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने आश्वासन दिया कि यूक्रेन जर्मनी और यूरोप पर भरोसा कर सकता है। स्पेन और पोलैंड के प्रधानमंत्रियों ने भी जेलेंस्की के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और कहा कि ‘आप इस लड़ाई में अकेले नहीं है।’ यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ट्वीट कर कहा, आप कभी अकेले नहीं हैं, प्रिय राष्ट्रपति। मजबूत बनें, बहादुर बनें, निडर बनें।
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इटली की पीएम ने भी दिया साथ
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जियो मेलोनी ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय राज्यों और सहयोगियों के बीच एक तत्काल शिखर सम्मेलन का आह्वान किया, ताकि इस विषय पर खुलकर बात की जा सके। नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में इस घटना को एक गंभीर और निराशाजनक बताया।
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क्यों हुई बहस
आपको बता दें ट्रंप और जेलेंस्की के बीच रूस-यूक्रेन जंग को लेकर बहस हुई। ट्रंप ने जेलेंस्की के सामने युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा, जिसे यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ठुकरा दिया। जेलेंस्की ने कहा कि सुरक्षा की गारंटी के बिना वे सीजफायर नहीं करेंगे, क्योंकि रूस पहले भी ऐसे कई सीजफायर तोड़ चुका हैं। इस बहस के बाद अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिका का अपमान करने का आरोप लगाया।