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यूक्रेन पर रूस के हमले से धड़ाम हुआ शेयर बाजार! सेंसेक्स ने लगाया 2,700 अंक से अधिक का गोता

रूस -यूक्रेन के बीच लड़ाई से शेयर बाजार में गुरुवार को कोहराम मच गया है। सेंसेक्स में इतिहास की चौथी सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है।

05:15 PM Feb 24, 2022 IST | Desk Team

रूस -यूक्रेन के बीच लड़ाई से शेयर बाजार में गुरुवार को कोहराम मच गया है। सेंसेक्स में इतिहास की चौथी सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है।

रूस -यूक्रेन  के बीच लड़ाई से शेयर बाजार  में गुरुवार को कोहराम मच गया है। सेंसेक्स में इतिहास की चौथी सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 2,700 अंक से अधिक लुढ़क गया।
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 2,850 अंक तक नीचे चला गया था
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय करीब 2,850 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में यह 2,702.15 अंक यानी 4.72 प्रतिशत का गोता लगाकर 54,529.91 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 815.30 अंक यानी 4.78 प्रतिशत टूटकर 16,247.95 अंक पर बंद हुआ।
यह लगातार सातवां कारोबारी सत्र है जब दोनों मानक सूचकांक-बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी…नुकसान में रहे। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर काफी नुकसान में रहे। इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस आठ प्रतिशत तक नीचे आ गये।
 राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को चेतावनी दी 
रूसी सैनिकों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर हमला किया। इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को चेतावनी दी कि कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।’
यूक्रेन संकट बढ़ने के बीच वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट रही और कच्चे तेल की कीमत पांच डॉलर प्रति बैरल बढ़ गयी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संकट से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
2014 के बाद पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गया
यूरोप और एशिया के प्रमुख बाजारों में चार प्रतिशत तक की गिरावट रही। रूस से आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2014 के बाद पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गया। जूलियस बेयर के इक्विटी रणनीतिकार लियोनार्डो पेलैन्डिनी ने कहा, ‘‘यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला हो रहा है। मॉस्को पर गंभीर प्रतिबंधों का खतरा अब अपने उच्चस्तर पर है। इससे वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट आई है। बाजार धारणा प्रभावित होने से बड़े स्तर पर बिकवाली हुई..।’’ घरेलू शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाल बने हुए हैं और उन्होंने बुधवार को 3,417.16 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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