Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूस का बड़ा हवाई हमला, 550 ठिकानों को बनाया निशाना
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को बताया कि रूस ने यूक्रेन पर अब तक के सबसे बड़े हवाई हमलों में से एक को अंजाम दिया है। इस हमले में कुल 550 लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जिनमें कम से कम 330 रूसी-ईरानी 'शाहिद' ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, रूस का यह हमला जानबूझकर किया गया, बेहद बड़ा और निर्मम था। अग्निशमन और मलबा हटाने का कार्य अभी भी जारी है। राजधानी कीव इस हमले का मुख्य लक्ष्य रही। उन्होंने आगे बताया कि यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने 270 हवाई लक्ष्यों को मार गिराया, जबकि 208 ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के माध्यम से निष्क्रिय किया गया। इंटरसेप्टर ड्रोन ने भी सक्रिय रूप से काम किया और दर्जनों ड्रोन गिराए गए।
It was a rocky start to the day, with more than 500 Russian attack drones and missiles. Difficult, but a significant number were shot down. Interceptor drones demonstrated important performance today and we are scaling this up to the hilt.
Today marks an important decision in… pic.twitter.com/TFTTyVjxLK
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) July 4, 2025
रूस ने 300 से ज्यादा ड्रोन से किया हमला
जेलेंस्की ने कहा, हम अपने शहरों की रक्षा के लिए इस प्रणाली को और विकसित कर रहे हैं। यह अत्यंत आवश्यक है कि हमारे सहयोगी देश, विशेष रूप से अमेरिका, बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ हमारी रक्षा प्रणाली को मजबूत करने में हमारा समर्थन जारी रखें। जेलेंस्की के अनुसार, कीव के अलावा ड्नीप्रो, सुमी, खारकीव और चेर्निहाइव क्षेत्रों पर भी हमला हुआ है। अब तक कम से कम 23 लोग घायल हुए हैं।
पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर की बात
उन्होंने कहा, बहुत से स्थानों पर ड्रोन और मिसाइलों के मलबे गिरे हैं, जबकि कुछ जगहों पर सीधा हमला हुआ है। सभी घायलों को सहायता दी जा रही है। जेलेंस्की ने उल्लेख किया कि जब गुरुवार को यूक्रेनी शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने शुरू हुए, ठीक उसी समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत की खबरें सामने आईं। उन्होंने कहा, यह सब स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जब तक रूस पर बड़े पैमाने पर दबाव नहीं डाला जाएगा, वह अपनी विनाशकारी नीतियों से पीछे नहीं हटेगा। हर हमले के जवाब में रूस को कड़े प्रतिबंधों और आर्थिक झटकों का सामना करना चाहिए। यही तरीका है जिससे हालात को जल्द बेहतर बनाया जा सकता है।