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लोकसभा में रूसी प्रतिनिधिमंडल का दौरा, भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों पर जोर

प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की मुलाकात

02:15 AM Feb 04, 2025 IST | Vikas Julana

प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की मुलाकात

रूसी संघ की संघीय विधानसभा के राज्य ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन के नेतृत्व में एक रूसी संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को संसद भवन का दौरा किया, जैसा कि लोकसभा सचिवालय ने बताया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत और रूस के बीच मज़बूत और समय-परीक्षित दोस्ती दुनिया के लिए सहयोग और कूटनीति का एक शानदार उदाहरण है।

दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और गहरी दोस्ती पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों को वैश्विक मंच पर बहुत खास माना जाता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सदियों पुराने हैं और रूस आज़ादी के बाद से भारत का सबसे करीबी सहयोगी रहा है। ओम बिरला ने एक्स पर कहा कि रूसी संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ उनकी सकारात्मक बैठक हुई और भारत के संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने भारत द्वारा की गई प्रगति को उनके साथ साझा किया।

व्याचेस्लाव वोलोडिन ने अपने प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए श्री बिरला को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बहुदलीय लोकतंत्र में संसदीय कार्यवाही का अवलोकन करना एक बड़ी सीख थी। उन्होंने भारत-रूस के बीच दीर्घकालिक साझेदारी की सराहना की, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच घनिष्ठ संबंधों के माध्यम से पोषित होती रही है। भारतीय गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने पर भारत को बधाई देते हुए वोलोडिन ने भारत की उल्लेखनीय आर्थिक वृद्धि की भी सराहना की और पिछले 75 वर्षों में देश के वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने को स्वीकार किया।

भारत और रूस के बीच मजबूत संबंधों को स्वीकार करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत-रूस मित्रता नए क्षितिज तक पहुंचेगी। अध्यक्ष बिरला ने 2024 में ब्रिक्स की बहुत ही फलदायी और सार्थक अध्यक्षता के लिए रूस को बधाई दी और 2024 में सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स संसदीय शिखर सम्मेलन में अपनी यात्रा को याद किया। उन्होंने संसदीय प्रक्रियाओं को मजबूत करने और संबंधों को गहरा करने में इस तरह के आदान-प्रदान के महत्व को रेखांकित किया। अध्यक्ष बिरला को यह जानकर खुशी हुई कि रूसी प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही देखी थी, जिससे उन्हें भारत के लोकतांत्रिक कामकाज की जानकारी मिली।

बयान में कहा गया है कि बैठक में भर्तृहरि महताब, संजय जयसवाल, अपराजिता सारंगी, कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी, शशि थरूर और लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह शामिल हुए।

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