For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

सचिन पायलट को राजस्‍थान का मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए : बैरवा

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम चर्चा में है। इस बीच राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने खुले तौर पर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई है।

03:02 PM Aug 30, 2022 IST | Desk Team

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम चर्चा में है। इस बीच राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने खुले तौर पर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई है।

सचिन पायलट को राजस्‍थान का मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए   बैरवा
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम चर्चा में है। इस बीच राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने खुले तौर पर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि युवा समूह को आगे आने का मौका देने का यह बिल्कुल सही समय है।
Advertisement
बैरवा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह उनके लिए बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहिए। साथ ही, सचिन पायलट को राज्य में मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
आलाकमान पर नहीं होना चाहिए कोई दबाव
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अब युवा पीढ़ी को मौका देना चाहिए। उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि दूसरी लाइन को आगे लाया जाए और मौका दिया जाए।
Advertisement
बैरवा यहीं नहीं रुके और कहा, जब सचिन पायलट मानेसर गए थे तो उनसे कुछ वादे किए गए थे, जिन्हें वापस ले लिया गया था। उस समय जो समस्याएं थीं, वो खत्म हो गई हैं। ऐसे में अब राजस्थान राज्य में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने में क्या दिक्कत है? इस फैसले को लेकर आलाकमान पर कोई दबाव नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, उदयपुर में जब चिंतन शिविर हुआ था तब हमारी नेता सोनिया गांधी ने कड़े स्वर में कहा था कि पार्टी ने आपको बहुत कुछ दिया है। अब पार्टी में लौटने का समय है। लेकिन अभी तो ऐसा कुछ नहीं लग रहा है। आज बीजेपी भाई-भतीजावाद को मुद्दा बना रही है। ऐसे में अगर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने तय किया है कि वे गांधी परिवार से बाहर अध्यक्ष का चुनाव करें, तो मुझे नहीं लगता कि उन पर बार-बार दबाव डाला जाना चाहिए।
Advertisement
Author Image

Advertisement
×