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वंशवाद पर बोले, वरुण गांधी - आम आदमी के लिए अवसर के दरवाजे हो रहे है बंद
गांधी ने कहा कि अगर हम फिल्म इंडस्ट्री, खेल जगत, राजनीति और उद्योग की तरफ देखें तो लगभग सभी के दरवाजे आम आदमी के लिए बंद हो गए हैं।
राजनीति व अन्य क्षेत्रों में वंशवाद को लेकर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बयान दिया है। वरुण ने सोमवार को दुख जताते हुए कहा कि राजनीति सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वंशवाद के कारण आम आदमी के लिए अवसर के दरवाजे बंद हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम राजनीति में ज्यादा लोगों के लिए दरवाजे भला कैसे खोल सकते हैं? हर कोई जानता है कि राजनीति में वंशवाद चल रहा है। हर राज्य, जिले और देश में कुछ परिवार ऐसे हैं, जो महत्वपूर्ण हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है पर सच है।’ वरुण गांधी सोमवार को फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्रीज की तरफ से आयोजित ‘भारत के भविष्य का रास्ता: अवसर और चुनौतियां’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि कोई भी महत्वपूर्ण क्षेत्र वंशवाद से वंचित नहीं है। गांधी ने कहा कि अगर हम फिल्म इंडस्ट्री, खेल जगत, राजनीति और उद्योग की तरफ देखें तो लगभग सभी के दरवाजे आम आदमी के लिए बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘आप एक प्रतिभाशाली युवक हैं जो छोटे से शहर में रहता है। आपके पास काफी ज्ञान, साहस और क्षमता है पर आप क्या करोगे? कई बार यह बेकार चला जाता है।’ नेहरू परिवार से ताल्लुक रखनेवाले वरुण गांधी ने कहा कि इससे मुझे तकलीफ होती है। इस दौरान उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अगर वह राजनीतिक परिवार से नहीं होते तो राजनीति में शायद नहीं होते।
भारत में इनोवेशन की रफ्तार धीमी होने पर गांधी ने कहा कि इस क्षेत्र में फंडिंग की कमी है। उन्होंने कहा कि रिसर्च और डिवेलपमेंट पर चीन अपनी GDP का 3 फीसदी खर्च करता है जबकि भारत केवल 0.6% खर्च करता है। गांधी ने कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार की जरूरत है, जहां पीएचडी रिसर्च को इंडस्ट्री और इनोवेशन से लिंक किया जाना चाहिए।