W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

अयोध्या में राम मंदिर के लिए 'ग्राम-ग्राम, राम-राम' मुहिम चलायेंगे संत

माघ मेला में ज्योतिष पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिविर में बुधवार को संपन्न हुए संत-भक्त संसद में उपस्थित साधु संतों ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए ग्राम-ग्राम, राम-राम मुहिम चलाने का निर्णय किया।

04:25 PM Jan 22, 2020 IST | Shera Rajput

माघ मेला में ज्योतिष पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिविर में बुधवार को संपन्न हुए संत-भक्त संसद में उपस्थित साधु संतों ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए ग्राम-ग्राम, राम-राम मुहिम चलाने का निर्णय किया।

Advertisement
अयोध्या में राम मंदिर के लिए  ग्राम ग्राम  राम राम  मुहिम चलायेंगे संत
Advertisement
माघ मेला में ज्योतिष पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिविर में बुधवार को संपन्न हुए संत-भक्त संसद में उपस्थित साधु संतों ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए ग्राम-ग्राम, राम-राम मुहिम चलाने का निर्णय किया।
Advertisement
सभा में श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष श्रीमहन्त जनमेजय शरण जी महाराज ने कहा, ‘इस मुहिम के तहत देश के प्रत्येक गांव में एक संत जाएगा और सभी राम भक्तों को राम-राम कहकर प्रत्येक ग्राम से एक ग्राम सोना संगृहित कर राम मंदिर रथ के सारथी को सौंपेगा।’
उन्होंने कहा कि सारथी रथ के साथ एक ग्राम (गांव) से एक ग्राम (वजन), सोना चला राम के नाम का उद्घोण करते हुए आगे बढ़ेगा। संतों ने शंकराचार्य जी द्वारा प्रस्तुत स्वर्णजटित बाल मंदिर के निर्माण के विचार का अभिनंदन किया है।
उन्होंने बताया कि स्वर्ण संग्रह हो जाने पर हर प्रदेश से राम मंदिर रथ अपने सारथी के नेतृत्व में प्रयाग के मनोकामेश्वर मंदिर पहुंचेंगे और फिर वहां से अयोध्या के लिए रवाना होंगे। इसके लिए 37 प्रदेशों के राम मंदिर सारथी नियुक्त किए जा चुके हैं।
सभा में सन्तों ने कहा कि विहिप का मंदिर का माडल छोटा है और भविष्य में दर्शनार्थियों की आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। इस सच्चाई को जितनी जल्दी समझ लिया जाये उतना अच्छा है।
सभा में अखिल भारतीय दण्डी सन्यासी प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम जी, महामन्त्री शंकराश्रम जी महाराज, अखिल भारतवर्षीय धर्मसंघ के ब्रह्मचारी गुणप्रकाश चैतन्य जी आदि सहित सैकड़ों सन्तों महंतों ने हिस्सा लिया और अपने विचार प्रकट किये। सभा की अध्यक्षता अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ने की।
Advertisement
Author Image

Shera Rajput

View all posts

Advertisement
Advertisement
×