पटरी से उतरा वाहन बाजार
अक्टूबर 2011 के बाद यह यात्री वाहन क्षेत्र की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर 2011 में बिक्री में 19.87 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
नई दिल्ली : देश में यात्री वाहनों की बिक्री में अप्रैल महीने में गिरावट दर्ज की गई है। यह अक्टूबर 2011 के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री अप्रैल में 17.07 प्रतिशत गिरकर 2,47,541 इकाई रही। इससे पहले अप्रैल 2018 में 2,98,504 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। अक्टूबर 2011 के बाद यह यात्री वाहन क्षेत्र की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर 2011 में बिक्री में 19.87 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दोपहिया, वाणिज्यिक वाहनों समेत सभी प्रमुख वाहन श्रेणियों में अप्रैल में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू बाजार में कारों की बिक्री अप्रैल में 19.93 प्रतिशत गिरकर 1,60,279 वाहन रही। एक साल पहले के इसी महीने में 2,00,183 कारें बेची गयी थी। इस दौरान मोटरसाइकिल की बिक्री भी 11.81 प्रतिशत गिरकर 10,84,811 इकाई रही जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह आंकड़ा 12,30,046 इकाई था।
दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री अप्रैल 2019 में 16.36 प्रतिशत गिरकर 16,38,388 इकाइयों पर रह गईं। इसकी तुलना में अप्रैल 2018 में 19,58,761 दोपहिया वाहन बेचे गए थे। मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की यात्री वाहन बिक्री अप्रैल में 19.61 प्रतिशत गिरकर 1,31,385 इकाई रही। प्रतिद्वंदी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की बिक्री 10.12 प्रतिशत गिरकर 42,005 इकाई रही।
महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहन बिक्री 8.52 प्रतिशत गिरकर 19,966 इकाई रही। दोपहिया श्रेणी में, हीरो मोटो कॉर्प की बिक्री 12.10 प्रतिशत गिरकर 5,34,161 इकाई रही। हालांकि, बजाज आटो की बिक्री 2.55 प्रतिशत बढ़कर 2,05,875 इकाई रही। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की मोटरसाइकिल बिक्री 25.77 प्रतिशत गिरकर 1,57,569 इकाई रही।