W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

मुश्किल में खान परिवार, समीर वानखेड़े ने शाहरुख और गौरी पर किया केस, बेटे आर्यन से जुड़ा है मामला

03:15 PM Sep 25, 2025 IST | Neha Singh
मुश्किल में खान परिवार  समीर वानखेड़े ने शाहरुख और गौरी पर किया केस  बेटे आर्यन से जुड़ा है मामला
Sameer Wankhede Files Case
Advertisement

Sameer Wankhede Files Case: बॉलिवुड स्टार शाहरूख खान के परिवार एक बड़ी मुसीबत में फंस गया है। मुंबई के पुलिस अधिकारी समीर वानखेड़ें ने शाहरुख खान और गौरी खान पर केस दर्ज किया है। यह पूरा मामला उनके बेटे आर्यन खान से जुड़ा है। समीर वानखेड़े ने दिल्ली हाईकोर्ट में मुकदमा दायर करते हुए आरोप लगाए हैं कि नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज बैड्स ऑफ बॉलीवुड में उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर छवि को नुकसान पहुंचाया है। चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है

Sameer Wankhede Files Case: 2 करोड़ रुपए का मांगा हर्जाना

इंस्पेक्टर समीर वानखेड़े ने शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान की कंपनी और 'द बैड्स ऑफ बॉलीवुड' के निर्माता रेड चिलीज एंटरटेनमेंट पर उनकी छवि खराब करने का केस दर्ज किया है। वानखेड़ें ने हर्जाने के तौर पर 2 करोड़ रुपए की मांग की है। वानखेड़ें इस रकम कैंसर रोगियों के इलाज के लिए टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल को दान करने की बात कही है।

Sameer Wankhede Files Case 2
Sameer Wankhede Files Case 2

Shahrukh Khan News: वानखेड़ें का बयान

वानखेड़े की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े ने दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर किया है, जिसमें अभिनेता शाहरुख खान और गौरी खान के स्वामित्व वाली रेड चिलीज एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स और अन्य के खिलाफ स्थायी और अनिवार्य निषेधाज्ञा, घोषणा और हर्जाने के रूप में राहत मांगी गई है।

Shahrukh Khan Case: प्रवर्तन एजेंसियों का गलत चित्रण करती है सीरीज

Bads of Bollywood
Bads of Bollywood

समीर वानखेड़े रेड चिलीज द्वारा निर्मित और नेटफ्लिक्स द्वारा अपनी वेब सीरीज "द बैड्स ऑफ बॉलीवुड" के हिस्से के रूप में प्रसारित एक झूठे, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक वीडियो से आहत हैं।" इतना ही नहीं बयान में आगे कहा गया कि ये सीरीज नशीली दवाओं के खिलाफ प्रवर्तन एजेंसियों का भ्रामक और नकारत्मक चित्रण करती है, जिससे कानून प्रवर्तन संस्थाओं में जनता का विश्वास खत्म होता है।

ये भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल को कौन सा सरकारी बंगला मिलेगा? मोदी सरकार ने हाईकोर्ट में दिया जवाब

Advertisement
Advertisement
Author Image

Neha Singh

View all posts

Advertisement
×