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संजय हेगड़े , साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्लाह जाएंगे शाहीन बाग, शुरू होगी मध्यस्थता की कार्यवाही

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी दिल्ली के शाहीन बाग़ की महिलाएं चर्चा में हैं। पिछले 60 दिनों से चल रहा धरना अब कभी भी समाप्‍त हो सकता हैं

03:25 PM Feb 18, 2020 IST | Shera Rajput

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी दिल्ली के शाहीन बाग़ की महिलाएं चर्चा में हैं। पिछले 60 दिनों से चल रहा धरना अब कभी भी समाप्‍त हो सकता हैं

संजय हेगड़े   साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्लाह जाएंगे शाहीन बाग  शुरू होगी मध्यस्थता की कार्यवाही
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी दिल्ली के शाहीन बाग़ की महिलाएं चर्चा में हैं। पिछले 60 दिनों से चल रहा धरना अब कभी भी समाप्‍त हो सकता हैं। घर-बार छोड़कर धरने पर बैठी महिलाओं के लिए अब ये धरना चलाना मुश्किल होता जा रहा हैं। 
वही , और इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले को सुलझाने के लिए तीन वार्ताकार नियुक्त कर दिए हैं, और इन वार्ताकारों को कोर्ट का आदेश लिखित में प्राप्त होने का इंतजार है। उसके बाद वार्ताकार प्रदर्शनकारियों से बातचीत का सिलसिला शुरू करेंगे। 
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपनी सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, वकील साधना रामचंद्रन और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह को वार्ताकार नियुक्त किया है। ये लोग इन सभी प्रदर्शनकारियों से बातचीत करेंगे और जिस मार्ग पर प्रदर्शनकारी बैठे हैं, उसको खुलवाने का भी प्रयास करेंगे। 
वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा, ‘हमें अभी लिखित रूप में सुप्रीमकोर्ट का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। आदेश सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर भी अपलोड नहीं हुआ है। उम्मीद है कि आज शाम तक यह हो जाएगा। उसके बाद हम विचार करेंगे कि हम वहां कब जाएं। हमारी दिल्ली पुलिस से भी कल बात हुई थी और उन्होंने मुझे शाहीन बाग के हालात के बारे में सूचित किया था।’
इस मुद्दे पर शाहीनबाग में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘वार्ताकार आएंगे तो हम बात करेंगे और साथ ही हमने तय किया है कि हम अपनी मांगों को भी रखेंगे, जिसमें सीएए को वापस लेने की मांग शामिल होगी। साथ ही पूरे देश मे इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए। इसके साथ ही पुलिस वालों ने उत्तरप्रदेश में जिन लड़कों को गोली मारी है, सरकार उनके घर वालों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दे, फिर हम प्रदर्शन खत्म कर देंगे।’
गौरतलब है कि शाहीन बाग में दो महीने से ज्यादा समय से चल रहे प्रदर्शन की वजह से दिल्ली और नोएडा के लाखों लोग परेशान हैं। प्रदर्शन की वजह से दिल्ली से नोएडा जाने वाला रास्ता बंद है, जिसके कारण लोगों को लंबे रास्ते से जाना पड़ता है और समय की भी बर्बादी होती है। 
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