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दुनिया के महासागरों, झीलों, नदियों के मानचित्रण के लिए उपग्रह प्रक्षेपित

अमेरिका से शुक्रवार को एक ऐसे उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया, जो दुनिया के लगभग सभी महासागरों, झीलों और नदियों का मानचित्रण करेगा।

10:59 PM Dec 16, 2022 IST | Shera Rajput

अमेरिका से शुक्रवार को एक ऐसे उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया, जो दुनिया के लगभग सभी महासागरों, झीलों और नदियों का मानचित्रण करेगा।

दुनिया के महासागरों  झीलों  नदियों के मानचित्रण के लिए उपग्रह प्रक्षेपित
अमेरिका से शुक्रवार को एक ऐसे उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया, जो दुनिया के लगभग सभी महासागरों, झीलों और नदियों का मानचित्रण करेगा।
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कैलिफ़ोर्निया स्थित वैंडेनबर्ग अंतरिक्ष बल प्रतिष्ठान से स्पेसएक्स रॉकेट के जरिए आज तड़के किए गए उपग्रह प्रक्षेपण के साथ साल 2022 अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के लिए एक अत्यधिक सफल वर्ष रहा है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़, सूखा और तटीय मृदा क्षरण की विकराल होती स्थिति के चलते ‘सरफेस वाटर एंड ओशन टोपोग्राफी’ (स्वोट) नामक इस उपग्रह की पहले से कहीं अधिक जरूरत है।
अंतरिक्ष यान के अपना मिशन शुरू करने के साथ ही कैलिफोर्निया और फ्रांस स्थित नियंत्रण कक्षों में अभियान से जुड़े लोग खुशी से झूम उठे और उन्होंने तालियां बजाईं।
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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के कार्यक्रम प्रबंधक नाद्या विनोग्रादोवा-शिफर ने प्रक्षेपण के अवसर पर कहा, ‘क्या शानदार, वास्तव में शानदार प्रक्षेपण है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, और मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं।’
एसयूवी के आकार वाला उपग्रह पृथ्वी की सतह के 90 प्रतिशत से अधिक पानी की ऊंचाई को मापेगा, जिससे वैज्ञानिकों को प्रवाह का पता लगाने और संभावित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी। यह लाखों झीलों के साथ-साथ उद्गम स्थल से मुहाने तक नदियों के 21 लाख किलोमीटर क्षेत्र का भी सर्वेक्षण करेगा।
उपग्रह दुनिया के लगभग सभी महासागरों, झीलों और नदियों का मानचित्रण करेगा।
कैलिफोर्निया के पासाडेना स्थित नासा की जेट प्रणोदन प्रयोगशाला में बेंजामिन हैमलिंगटन ने कहा, ‘हम उन चीजों को देखने में सक्षम होने जा रहे हैं, जिन्हें हम पहले नहीं देख सकते थे … और वास्तव में समझ सकते हैं कि किसी भी समय पानी कहां है।’
नासा और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी ने 1.2 अरब डॉलर की लागत वाली परियोजना पर सहयोग किया, जिसमें ब्रिटेन और कनाडा भी शामिल रहे हैं।
मिशन से जुड़े यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना के टैमलिन पावेल्स्की ने कहा कि नासा के लगभग 30 पृथ्वी-अवलोकन उपग्रहों का वर्तमान बेड़ा आज प्रक्षेपित किए गए उपग्रह की तरह व्यापक मानचित्रण नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि ये पुराने उपग्रह झीलों और नदियों की सीमा का मानचित्रण कर सकते हैं, लेकिन उनका माप बहुत विस्तृत नहीं है।
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Shera Rajput

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