Sawan Shivratri Puja Vidhi: सावन शिवरात्रि की पूजा कब करें और क्या-क्या सामान लगेगा, यहां देखें पूरी सामग्री लिस्ट
Sawan Shivratri Puja Vidhi: सावन का पावन माह चल रहा है। इस बार चार सोमवारी का व्रत हैं। 23 जुलाई यानी बुधवार को सावन शिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं। भगवान शिव की विधि विधान पूजा करते हैं। इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने का भी विशेष महत्व माना जाता है। इसके साथ ही, यह कावड़ यात्रा का अंतिम दिन भी है। इस दिन भक्त घर पर ही रुद्राभिषेक करते हैं। वहीं, कई भक्त स्वयं भी शिव की पूजा करते हैं। अगर आप शिवरात्रि पर कोई विशेष पूजा करने की सोच रहे हैं, तो नीचे दी गई सामग्री को इस पूजा में अवश्य शामिल करें।
Sawan Shivratri Puja Vidhi: यहां देखें सामग्री लिस्ट
- मिट्टी का पार्थिव शिवलिंग
- 5 फल
- दूध, दही, शहद
- घी, शक्कर, इत्र
- गंगाजल
- 7 बेलपत्र
- 7 शमी पत्र
- 7 लाल फूल
- 7 पुष्प सादे
- 108 चावल के दाने
- मिठाई
- 5 कमल गट्टे
- तीन गोल सुपारी
- रोली
- कलावा
- अबीर
- लॉन्ग
- इलायची
- पान के पत्ते
- गुलाल
- पीला चंदन
- दो दीपक घी के धूपबत्ती
- दो जनेऊ (गणेश जी और शिवजी के लिए)
- कपूर
- 21 काली मिर्च
- 1 चुटकी काले तिल
- 1 धतूरा
- एक लोटा जल
- 21 दाने गेहूं के
यह है पूजा का सही समय
Sawan Shivratri Puja Vidhi: शिवरात्रि पर पूजा करने का सही समय 23 जुलाई 2025 की सुबह 04:39 से लेकर 24 जुलाई की सुबह 6 बजकर 13 मिनट तक है।
शिवरात्रि की पूजा विधि

Sawan Shivratri के दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद पूजा घर की सफाई करें। फिर भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें और पार्थिव शिवलिंग बनाएं। शिवलिंग का पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद फूल, बेल पत्र, भांग, धतूरा, इत्र आदि अर्पित करें।
पूजन के दौरान पुरुषों को क्या करना चाहिए?
Sawan Shivratri Puja Vidhi: पूजा के दौरान पुरुषों को शिवलिंग पर जनेऊ अर्पित करना चाहिए, जबकि महिलाओं को माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करना चाहिए। शिवलिंग पर सफेद चंदन से त्रिपुंड की आकृति बनाएं। दीपक जलाकर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं। इसके बाद रुद्राक्ष की माला से "महामृत्युंजय मंत्र" का 108 बार जाप करें। इसके बाद भगवान की आरती करें और प्रसाद सभी में बांट दें।
Disclaimer: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह लेख पूरी तरह से मान्यताओं पर आधारित है।
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