SBI Po Prelims Result 2025 Updates: जल्द जारी होंगे नतीजे, ऐसे करें चेक
SBI Po Prelims Result 2025 Updates: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जल्द ही प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) की प्रारंभिक परीक्षा 2025 का परिणाम घोषित करने जा रहा है। लाखों उम्मीदवार जो इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे बेसब्री से अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट SBI की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर उपलब्ध होगा।
SBI Po Prelims Result 2025 Updates: कब आएगा रिजल्ट?
भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार, रिजल्ट अगस्त या सितंबर 2025 में कभी भी घोषित किया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई तय तारीख नहीं बताई गई है। स्कोरकार्ड भी रिजल्ट के साथ ही वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।

SBI Po Prelims: परीक्षा और भर्ती प्रक्रिया
SBI Po भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में होती है:
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 4 अगस्त 2025 को आयोजित की गई थी।
- मुख्य परीक्षा (Mains) – प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए अगला चरण।
- इंटरव्यू व ग्रुप एक्सरसाइज – मुख्य परीक्षा के बाद Final Selection
- इस साल, एसबीआई ने कुल 541 पदों के लिए पीओ भर्ती निकाली है। यह एग्जाम बैंकिंग सेक्टर की सबसे फेमस भर्तियों में से एक मानी जाती है।
SBI Po Prelims: कैसे चेक करें नतीजे ?

उम्मीदवार नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करके अपना परिणाम डाउनलोड कर सकते हैं:
- एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर जाएं।
- होमपेज पर ‘Career’ सेक्शन पर क्लिक करें।
- “SBI PO Preliminary Result 2025 / Scorecard” लिंक को ढूंढें और उस पर क्लिक करें।
- लॉगिन पेज पर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर / रोल नंबर और जन्मतिथि / पासवर्ड भरें।
- ‘Submit’ बटन पर क्लिक करें।
- आपकी स्कोरकार्ड स्क्रीन पर दिखेगी।
- नाम, रोल नंबर, प्राप्त अंक, योग्यता स्थिति आदि की सावधानीपूर्वक जांच करें।
- स्कोरकार्ड को डाउनलोड कर लें और भविष्य के लिए प्रिंट निकाल लें।
- SBI Po Prelims: कट-ऑफ और स्कोरकार्ड की जानकारी
कट-ऑफ अंक एग्जाम के नतीजों के कुछ दिन बाद अलग से जारी किए जाएंगे। जो उम्मीदवार कट-ऑफ अंक या उससे अधिक अंक हासिल करेंगे, वे मुख्य परीक्षा के लिए योग्य माने जाएंगे।
Prelims के स्कोरकार्ड में निम्न जानकारियां होंगी:
- सेक्शन वाइज प्रदर्शन (जैसे: इंग्लिश, रीजनिंग, क्वांटिटेटिव)
- कुल प्राप्त अंक
- योग्यता की स्थिति (Qualified / Not Qualified)
- SBI सामान्यीकरण (Normalization) की प्रक्रिया के बाद अंकों की गणना करता है ताकि सभी शिफ्ट्स में परीक्षा देने वाले Candidates के बीच समानता बनी रहे।