Jammu & Kashmir: राजौरी में 12 दिन बाद खुले स्कूल, छात्रों ने जताई खुशी
भारत-पाक तनाव के बाद स्कूलों में लौटी रौनक
राजौरी में 12 दिन बाद स्कूल खुलने पर छात्रों ने खुशी जाहिर की। भारत-पाकिस्तान के हालिया तनाव के कारण स्कूल बंद थे। अब स्थिति सामान्य हो रही है, जिससे स्कूलों में रौनक लौट आई है। छात्रों ने प्रार्थना सभा में भारतीय सेना के प्रति सम्मान व्यक्त किया और सुरक्षा की उम्मीद जताई।
भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों हुए जबरदस्त तनाव ने जम्मू-कश्मीर की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित किया था। छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने स्कूलों को बंद कर दिया था। स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है और इस वजह से स्कूल भी खुलने लगे हैं। राजौरी सहित पूरे क्षेत्र के स्कूल खुल गए हैं। भारत-पाकिस्तान सीमा से लगे राजौरी जिले के स्कूल 12 दिन बाद खुले। स्कूल खुलने की खुशी छात्रों के चेहरे पर साफ दिखायी दे रही थी। वहीं बच्चों के लौटने से स्कूल परिसर में भी रौनक लौट आई है। गर्ल्स मॉडल हायर सेकेंड्री स्कूल, राजौरी में, सुबह की प्रार्थना के दौरान छात्रों ने बेहद गर्मजोशी से “भारतीय सेना जिंदाबाद!” के नारे लगाए, इससे बच्चों का भारतीय सेना के प्रति प्रेम और सम्मान नजर आया। आईएएनएस से बातचीत करते हुए छात्रों ने कहा, “हमें बेहद खुशी है कि हमारे स्कूल फिर से खुल गए हैं। उम्मीद है कि पूरे देश में शांति बनी रहेगी और सीमाओं पर संघर्ष विराम होगा ताकि हम बिना किसी डर के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।”
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एक छात्रा ने कहा, “पाकिस्तान के साथ तनाव की वजह से हमारी पढ़ाई प्रभावित हुई। शिक्षा के दम पर ही हम अपने राष्ट्र को मजबूत और विकसित बना सकते हैं, सरकार ने सीजफायर का अच्छा निर्णय लिया। इसी वजह से हम फिर से स्कूल आ पा रहे हैं। एक अन्य छात्रा ने कहा, “युद्ध जैसी स्थिति से हमारी शिक्षा बेहद प्रभावित हुई, हम घर पर नहीं पढ़ पा रहे थे, सीजफायर का निर्णय लेकर भारत सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। हम स्कूल आकर और अपने दोस्तों, शिक्षकों से मिलकर बहुत खुश हैं।”
प्रधानाध्यापक गुलजार अहमद ने कहा, “कुछ दिन पहले ऐसे हालात बने थे कि स्कूल को सरकार के आदेश के बाद बंद करना पड़ा। अब हालात सुधरे हैं और सरकार के आदेश के बाद स्कूल खोल दिया गया है। मैं चाहता हूं कि जंग न हो अमन कायम रहे और बच्चों की पढ़ाई ऐसे ही चलती रहे। प्रिंसिपल ने आगे कहा कि, “हमने तनाव के दौरान देखा कि किस तरह बेटियां आगे बढ़कर देश की सेवा कर रही हैं। राजौरी क्षेत्र की लड़कियां भी आगे आएं, पढ़ाई करें, तकनीक से जुड़ें और देश की सेवा में आगे बढ़ें।”